
रिपोर्टर सुरेन्द्र सिंह बडेर अलवर (इंडियन टीवी न्यूज़)
जिला परिषद पिछले पांच साल से सुर्खियों में है। गवन करने वालों पर कोई भी एक्शन नहीं है ।
अलवर। जिला परिषद पिछले पांच साल से सुर्खियों में है। गवन करने वालों पर कोई भी एक्शन नहीं है ।फर्जी शिक्षक और लिपिक भर्ती के बाद अलग-अलग कई प्रकार के घपले और घोटालों को करके राजकोष को जबरदस्त क्षति पहुंचाई गई। शिकायत करने वाले लोगों ने मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पंचायती राज विभाग और लोकायुक्त सहित स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, जिला प्रशासन, जिला पुलिस, संभागीय आयुक्त कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय हर जगह भेजा। सभी जगह से जिला परिषद के पास जांच आई लेकिन अधिकांश पत्रों में जिला परिषद ने कोई जांच रिपोर्ट नहीं भेजी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में लगभग एक दर्जन से ज्यादा परिवाद दर्ज होकर जिला परिषद अलवर से रिपोर्ट मांगी गई लेकिन जिस शाखा में भी जांच से संबंधित पत्र जाता है, घोटालेबाज वहीं पत्र को रुकवा देते हैं। जिला परिषद के बड़े अफसर पर भी शाखा के कर्मचारी भारी है। एक बार जांच का पत्र आने के बाद दोबारा अधिकारी के सामने पत्रावली ही पेश नहीं करते। यहां भ्रष्टाचारी कर्मचारियों का एक गिरोह बना हुआ है जो राजनेताओं की सरपरस्ती में नौकरी कर रहे है। जिन कर्मचारियों के खिलाफ नामजद परिवाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और लोकायुक्त में दर्ज हैं, उन्हें न निलवित किया गया, न हीं जिला परिषद से बाहर का रास्ता दिखाया गया। वो सब यहीं रहकर जांचों को प्रभावित कर रहे हैं।