गोकुल और बलराम गाव मे कीचड से आवागमन हुआ मुश्किल

गोकुल और बलराम गाव मे कीचड से आवागमन हुआ मुश्किल

“सूखा मे कीचड, समझ से परे ”

लोकेशन ब्यौहारी

(विनोद तिवारी पत्रकार)

प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की योजनाओ का किस तरह से क्रियान्वयन किया गया है यह नजदीक से देखने पर समझ आता है गोकुल ग्राम और बलराम ग्राम सहित पंचायत का भारी भरकम बजट खपाने वाली ग्राम पंचायत कल्हारी सूखा का बुरा हाल है स्थानीय लोगो का आरोप है कि पूर्व सरकार का करोडो रुपयो का बजट इस पंचायत मे आया और मिला लेकिन गाव और गरीब को कुछ नही मिल पाया कागजो पर चली योजना कागजो पर ही सिमट कर रह गई। गौरतलब है कि जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत कल्हारी की ग्राम सूखा शासन के अति महत्वपूर्ण पंचायतो मे शामिल रही पूर्व विधायक और श्रम मंत्री रहे स्वर्गीय दादाभाई लवकेश सिंह के ग्रह ग्राम के नाम से शुमार इस पंचायत और संम्मिलित गाव सूखा को अति विशिष्ट गाव के रूप मे पहचान मिली , इतना ही नही इस पंचायत के सूखा गाव को गोकुल और बलराम ग्राम का दर्जा भी मिला और भारी भरकम बजट भी बली सिह विधायक की कमान दाऊ साहब के सुपुत्रो के हाथो मे रही , बडे बेटे राजेश सिह बिमलेश मिश्रा को हराकर जनपद ब्यौहारी के अध्यक्ष बने तो दूसरे सुपुत्र वीरेश सिह रिकू सहकारी बैैंक शहडोल के अध्यक्ष रहे इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चहेते रहे रिकू ने अपने गाव सूखा सहित क्षेत्र मे कई योजनाओ को उतारा लेकिन पंचायतो के सरपंच सचिवो ने मिलकर तमाम बडी बडी योजनाओ मे पलीता लगाने मे कोई कोर कसर नही छोडा परिणामस्वरूप बलराम ग्राम और गोकुल ग्राम के नाम से आया भारी भरकम बजट कमीशन और भ्रष्टाचार की भेट चढ गया, लिहाजा थोडी सी बरसात मे भी सूखा गाव मे बाढ जैसे हालात बन गए है सडके कीचड से सनी है और आवा -जाही करने वाले लोग जगह जगह गिर रहे है और उठकर अस्पताल पहुच रहे है ग्रामीणो का आरोप है कि करोडो रुपये जो बलराम ग्राम सहित गोकुल ग्राम के नाम से आऐ वह कहा गऐ लोगो का कहना है कि यहा एक ही परिवार उपक्रत हुआ शेष ग्रामीणो को कुछ नही मिला ।

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