
नर्मदापुरम से राजेंद्र धाकड़ की रिपोर्ट
कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में सोमवार 29 जुलाई को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में बाढ़ आपदा नियंत्रण के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर कलेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश देहलवार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौर, सिटी मजिस्ट्रेट असवन राम चिरावान, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड राजेश जैन सहित एवं बाढ़ आपदा नियंत्रण से जुड़े विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहें।कलेक्टर ने कहा कि तवा डैम, रायसेन के बारना एवं जबलपुर के बरगी डैम से होने वाले पानी डिस्चार्ज का सीधा प्रभाव सेठानी घाट पर पड़ता है। इन तीनों बांधो से छोड़े जाने वाला पानी विभिन्न अंतरालों में सेठानी घाट पहुंचता हैं। ऐसे में सेठानी घाट का जलस्तर खतरे के नीचे बनाए रखने के लिए तीनो बांधो से पानी डिस्चार्ज को बेहतर ढंग से मेंटेन एवं मॉनिटरिंग की जाए। आवश्यक समन्वय कर गवर्निंग लेवल के अनुरूप समय-समय पर पानी डिस्चार्ज करें। उन्होंने कहा कि तवा, बारना, बरगी बांधों से पानी छोड़े जाने पर नर्मदापुरम सेठानी घाट तक पानी आने की स्थिति का सही तरह से आकलन कर लें। उन्होंने कहा कि नर्मदापुरम जिले के आस-पास के जिलों की भी वर्षा की जानकारी लेते रहे।