
न्यायप्रिय अधिकारी हुऐ सर्जरी के शिकार ?
खबर से आहत हुई जनता
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लोकेशन ब्यौहारी
विनोद तिवारी पत्रकार
प्रदेश की मोहन सरकार द्वारा की गई प्रशासनिक सर्जरी मे शहडोल जिला और संम्भाग शहडोल जोन के ऐडीजीपी
डी सी सागर और कुछ महीने पहले ही शहडोल के कलेक्टर बनाऐ गऐ भटनागर साहब के स्थानांतरण की खबर से स्थानीय जनता जनार्दन की आखे नम हो गई है एक तरफ छोटी सी छोटी घटना को लेकर डीसी सागर तत्काल घटनास्थल पहुचते थे कई पीडित जो वर्षो से न्याय की आस लिए भटक रहे थे उन्हे सागर साहब ने तुरंन्त न्याय दिलाया बूढे बुजुर्ग जो आफिस की सीढिया चढकर नही जा पाते थे सागर साहब आफिस से बाहर आकर जमीन पर बैठकर उनकी पीडा सुनते और तुरंन्त न्याय दिलाते थे तो दूसरी तरफ नवागत कलेक्टर के रूप मे भटनागर साहब ने भी अल्प समय मे जनता का दिल जीता सबका फोन उठाना सबकी बात सुनना सबसे मिलना और कडाई से कार्यवाही करने की प्रसंसा हो रही है अभी पिछले महीने ही प्रत्येक शुक्रवार को फोन इन कार्यक्रम की उन्होने शुरुआत की थी उनका मानना था कि ग्रामीण क्षेत्र की जनता की सुनवाई नही हो पाती जनता की परेशानी हमे जानना सुनना चाहिए। जनसुनवाई तथा शोषल और प्रिन्ट मीडिया के खबरो के प्रकरण मे भी आपने गंम्भीरता से काम किया , कमोवेश इसी तरह संम्भाग आयुक्त बी यस जामोद ने भी अपने अल्प कार्यकाल मे संम्भाग को अच्छा संन्देस दिया शिकायतो पर कडी कार्रवाई की खासकर शिक्षा विभाग पर ! अधिकारियो कर्मचारियो मे जामोद साहब को लेकर डर था बडे बडे राजनेता माफियाओ की दाल नही गली हालाकि जामोद शर अभी भी शहडोल संम्भाग के प्रभारी है लेकिन उन्हे मूलतः रीवा पदस्थ किया गया है । उपरोक्त तीनो अधिकारियो के स्थानांतरण को लेकर राजनैतिक गलियारो मे तरह तरह की चर्चाओ का दौर जारी है भाजपाई इसे एक प्रक्रिया बता कर पल्ला झाड रहे है तो दूसरी तरफ काग्रेश हमलावर है काग्रेश का कहना है कि तीनो अधिकारी अच्छा काम कर रहे थे भाजपा के नेता दलालो और माफियाओ के दबाव मे नही आ रहे थे इसलिए इन्हे सचिवालय भेजा गया भाजपा राज मे अच्छे अधिकारी नही रखे जाऐगे ।