संवाददाता दित्यपाल राजपूत
टीकमगढ़: प्रेस वार्ता के दौरान दिये अनेक धार्मिक संदेश पृथक बुंदेलखंड राज्य बनने को लेकर कहा, मैंने कभी नहीं बोला कि प्रथम बुंदेलखंड राज्य बनना चाहिएआत्मज्ञान होना बहुत आवश्यक है- गुरुदेव श्री ब्रह्म रूपी जी,प्रेस वार्ता के दौरान दिये अनेक धार्मिक संदेश पृथक बुंदेलखंड राज्य बनने को लेकर कहा, मैंने कभी नहीं बोला कि प्रथम बुंदेलख।
टीकमगढ़। कलेक्ट्रेट कार्यालय के आगे झांसी रोड पर स्थित मजरा विनायकपुरम कॉलोनी में निवासरत पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी के निज़ निवास पर शुक्रवार 20 सितंबर 2024 को दोपहर करीब 12 वजे से ब्रह्म रूपी शिष्य मंडल द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन कराया गया जिसमें गुरुदेव श्री ब्रह्म रूपी जी पत्रकारों से रूबरू हुए।
इस प्रेस वार्ता के दौरान प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार साथियों सहित नगर के अनेक वरिष्ठ गणमान्य लोगों सहित पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी और उनके सहयोगी एवं ब्रह्म रूपी शिष्य मंडल मौजूद रहा। आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान गुरुदेव श्री ब्रह्म रूपी जी ने उपस्थित पत्रकारों से आध्यात्मिक और धर्म के संबंध में तमाम चर्चाएं की जहां उन्होंने कहा कि आत्मज्ञान ना होने के कारण ही व्यक्ति अधिकतर आत्महत्या करते हैं आत्मज्ञान व्यक्ति को होना बहुत जरूरी है क्योंकि अज्ञानता के कारण वह जीवन की अनेक गतिविधियों को नहीं समझ पाता। गुरुदेव ने यह भी कहा कि संतोष के बगैर कभी किसी को सुख नहीं मिल सकता क्योंकि जब संतुष्टि होगी तभी सुख प्राप्त होगा पत्रकारों ने जब गुरुदेव से पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने की बात कही तब गुरुदेव ने इस बात को लेकर कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि बुंदेलखंड पृथक राज्य बनना चाहिए,कि नही बनना चाहिए और ना ही मेरा ऐसा कोई संकल्प है। पत्रकारों के अनेक प्रश्नों का गुरुदेव ने उत्तर दिया और संस्कृति, धर्म, प्रेम,आदि को लेकर तमाम संदेश गुरुदेव ने इस प्रेस वार्ता के दौरान दिए जहां उन्होंने कहा कि दुनिया में प्रेम और अनुराग से ही सब कुछ संभव है प्रेम जहां है वहां सब ठीक है। गुरुजी ने शिक्षा संस्कृति और धर्म पर जोर देते हुए कहा कि यह बहुत जरूरी है। उल्लेखनीय है कि आजकल नगर के स्थानीय मानस मंच पर आध्यात्मिक राम कथा और गुरुदेव श्री ब्रह्म रूपी जी के प्रवचनों का आयोजन किया जा रहा है जहां गुरुदेव ब्रह्म रूपी जी ने पत्रकारों से बातचीत की और प्रेस वार्ता के दौरान अनेक उपदेश धर्म संस्कृति और शिक्षा को लेकर एवं मानव जीवन के अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं को लेकर चर्चा की।