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बरवाडीह मेगालिथ स्थल में दो पत्थरों के बीच सूर्य को करवट बदलते लोगों ने देखा खूबसूरत नजारा

नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज
हजारीबाग।

बरवाडीह मेगालिथ स्थल में दो पत्थरों के बीच सूर्य को करवट बदलते लोगों ने देखा खूबसूरत नजारा

मेगालिथ स्थल को संरक्षित करने की जरूरत है

बड़कागांव से हजारीबाग मुख्य पथ पंकरी बरवाडीह स्थित विश्व प्रसिद्ध मेगालिथ स्थल के इक्निवोक्स प्वाइंट से खड़े दो पत्थरों के बीच से सूर्योदय के अद्भुत खगोलीय नजारा को देखने को मिला। हालांकि इसे देखने के लिए लोगों को 15 से 20 मिनट तक बादल के छटने का इंतजार करना पड़ा। अहले सुबह से ही सूर्योदय को देखने के लिए दूर दराज से लोग पहुंचे हुए थे। खगोलीय घटना के अद्भुत नजारा को ब्याख्यान के लिए इक्विनोक्स पॉइंट मेगालिथ स्थल का खोजकर्ता सुभाषित दास उपस्थित थे।उन्होंने उपस्थित लोगों को कई महत्वपूर्ण जानकारीयां दी, लोगों को बताया कि यह एक इक्निवोक्स प्वाइंट है जो कर्क और मकर रेखा पर 21 मार्च व 23 सितंबर को सूर्य की किरणें सीधी पड़ती है। इसके कारण समदिवारात्रि होता है। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने सरकार से मेगालिथ स्थल को संरक्षण की मांग की है। मेगालिथ स्थल पर कई बार शराबियों एवं जारी का अड्डा भी देखा गया है ,इसे दूर करने की आवश्यकता है। स्थल पर कई बार शराब की बोतल भी टूटे बिखरे पड़े शीशे भी नजर आए हैं। इन गंभीर विषयों पर सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। संरक्षण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों के द्वारा आश्वासन भी दिया गया कि स्थल को संरक्षण किया जाएगा परंतु लोगों को अब तक इंतजार ही करना पड़ रहा है । लोगों का मानना है कि यह पूरे बड़का गांव करणपुरा क्षेत्र के लिए बहुत बड़ा धरोधर है इसे बचाना संरक्षण करना बहुत जरूरी है।
वहीं बाहर से आए लोगों ने कुछ दूरी पर स्थित पचपड़वा स्थित बौद्ध स्तूप भी देखें।

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