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करमा थानांतर्गत पापी गांव मे एक फ़ौजी के पिता के नाम की जमीन पर रिस्तेदारो का कब्जा आरोप

सोनभद्र समाचार ब्यूरोचीफ नन्दगोपाल पाण्डेय 

सोनभद्र रमा थानांतर्गत पापी गांव मे 16 बीघा जमीन का विवाद गहराता जा रहा है,जिससे कभी भी कोई अप्रिय घटना होने से इंकार नही किया जा सकता।

सी आर पी एफ 131 बटालियन के जवान कुलदीप सिंह ने मुख्यमंत्री को दिए प्रार्थना पत्र मे लिखा है कि मेरे पिता आदित्यनाथ सिंह के नाम राबर्ट्सगंज तहसील के करमा थाना क्षेत्र के पापी गांव मे भूमि खाता संख्या 249 रकबा 0.5430 हेक्टेयर व खाता 314 रकबा 3.4530 हेक्टेयर का मालिक अपने भूमि पर काबिज है।मेरे पिता के नाम खतौनी भी है।परन्तु यमशोकर गांव निवासी विपक्षी विंध्येश्वरी प्रसाद सिंह व वीरेंद्र प्रताप सिंह पुत्रगण स्वर्गीय मथुरा सिंह व विशाल सिंह,विवेक सिंह पुत्रगण बीरेंद्र प्रताप सिंह व कमलेश्वरी सिंह,महेश्वरी सिंह पुत्रगण विंध्येश्वरी सिंह से उक्त जमीन से कोई सरोकार व कब्ज दखल नही है।उक्त जमीन पर विंध्येश्वरी सिंह व अन्य द्वारा वर्ष 2015 मे न्यायालय उप जिलाधिकारी राबर्ट्सगंज अंतर्गत धारा 229 बी का वाद प्रस्तुत किया था ,जिसके आदेश 16 अप्रैल 2024 को विपक्षी मुकदमा हार गये ।उसके बाद भी अपने दबंगई व गुंडई के बल पर मेरे जमीन पर प्रार्थी के पिता को जोत कोड करने से मना कर रहे है।फ़ौजी कुलदीप सिंह ने लिखा है कि मुझे एवं मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जा रही है।इस संबंध मे उप जिलाधिकारी राबर्ट्सगंज ने दिनांक 20 जुलाई 2024 को नायब तहसील दार राबर्ट्सगंज को निर्देशित करते हुए मौके पर करमा थाना पुलिस के सहयोग से कार्यवाही के लिए पत्र लिखा,परन्तु नायब तहसील दार मौके पर नही गये।पुनः मेरे पिता जी द्वारा 30 जुलाई 2024 को जिलाधिकारी एवं 06 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया परन्तु अब तक कोई कार्यवाही नही होने से मेरे खेती का समय बीतता चला जा रहा है।चुकी मै फ़ौज मे नौकरी करता हूं,पिता जी काफी वृद्ध है,जिसकारण कही आने जाने एवं पैरवी करने मे असमर्थ होने का फायदा उठाकर विपक्षी गण मेरे जमीन को जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे है,फ़ौजी कुलदीप सिंह के प्रार्थना पत्र को संज्ञान मे लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से जिलाधिकारी सोनभद्र ने उप जिलाधिकारी राबर्ट्सगंज से आख्या तलब की है,जिससे राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग मे हड़कंप मचा हुआ है।

कुलदीप सिंह ने बताया कि प्रार्थी अवकाश लेकर घर आया हुआ था,बिटिया की तबियत अचानक खराब होने के कारण इलाज कराने गया था तब तक सोमवार को जबरजस्ती मेरे खेत मे तीन तीन ट्रैक्टर लेकर विपक्षी गणो द्वारा जबरन खेत कब्जा किया जाने लगा,प्रार्थी करमा थानाध्यक्ष से मोबाइल फोन पर निवेदन करता रहा परन्तु थाना प्रभारी विपक्षियों को जोत कोड करने से मना नही किए,जब कि विपक्षी गणो के पास किसी न्यायालय का ऐसा कोई आदेश भी नही है कि मेरे खेत पर कोई अन्य जोत कोड करे।फ़ौजी कुलदीप सिंह का कहना है कि यदि ऐसा हुआ तो किसी के जमीन पर किसी का कब्जा हो सकता है,कुलदीप सिंह ने करमा थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि पिछले वर्ष भी विपक्षियों द्वारा मेरे जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया गया था,जिसपर मेरे निवेदन पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर कब्जा करने से रोक दिया था,परन्तु इस बार करमा थाना प्रभारी द्वारा पुलिस नही भेजा जाना स्वयं मे संदिग्ध लगता है,जब विपक्षियों के पास कोई कागजात नही है तो मेरे जमीन पर अबैध कब्ज़ा किसके सह पर हो रहा है मेरे समझ मे नही आ रहा।कुलदीप सिंह ने कहा कि यदि मै या मेरे परिवार का कोई व्यक्ति मौके पर होता तो किसी अप्रिय घटना होने से इनकार नही किया जा सकता।कुलदीप सिंह ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री जी के निर्देश के बाद भी मुझे न्याय नही मिला तो मै विवस होकर देश सेवा छोड़कर मुख्यमत्री के आवास के समक्ष आत्मदाह करुँगा, जिसके लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा।

कुलदीप ने आरोप लगाया कि जब जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एक फ़ौजी के साथ न्याय नही दिला सकता तो अन्य लोगो के साथ क्या होगा।देखना यह होगा कि मुख्य मंत्री दरबार के निर्देश पर आगे क्या कार्यवाही होती है।सूत्रों की माने तो यदि पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन समय रहते कार्यवाही नही किया तो भूमि विवाद मे अप्रिय घटना से इंकार नही किया जा सकता।

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