सोनभद्र से ब्यूरो चीफ नन्दगोपाल पाण्डेय की पड़ताल करती एक रिपोर्ट
हां साहब य़ह सोनभद्र है जो उत्तर प्रदेश राज्य का इकलौता ऐसा जिला है जिसकी सीमाएं चार राज्यों को जोड़ती हैं अर्थात चार राज्यों की सीमा पर मौजूद अपना य़ह सोनभद्र जनपद आइए अब हम य़ह बताते हैं कि किसी भी राज्य का सबसे महत्वपूर्ण कौन सा विभाग होता है तो सबसे पहले नाम आता है स्वास्थ्य का उसके बाद सड़क फिर परिवहन फिर शिक्षा जैसे विभाग की गिनती होती है । ठीक इसी तरह से अब य़ह जानते हैं कि सोनभद्र में वह कौन कौन से प्रमुख चार विभाग हैं जो महत्वपूर्ण भूमिका में हैं-तो नाम आता है।
स्वास्थ्य विभाग, खनन विभाग, परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग का अब हम पहले नंबर पर सोनभद्र के स्वास्थ्य विभाग के हालात से आपको रूबरू करने का प्रयास करते हैं इस विभाग में आपको सोनभद्र जनपद में चार तरह के अधिकारी व कर्मचारी मिलेंगे पहले नंबर पर ऐसे लोग मिलेंगे की जिनकी तैनाती कहीं और होती है पर वह लोग काम कहीं और करते हैं।दूसरे नंबर पर ऐसे लोग या कर्मचारी मिलेंगे जो एक ही जगह पर या फिर कह सकते हैं कि एक ही जिले में दशकों से कुंडली मारकर बैठे हैं ऐसे लोग विभाग में अजगर सर्प के समान बने हुए हैं! जो भोजन करने के बाद डकार भी नहीं लेता और अपने शिकार को जब जकड़ लेता है तो बिना उसे निगले छोड़ता भी नहीं है और इतना ही नहीं अजगर सांप की तरह य़ह किसी की सुनते भी नहीं अपने आप में मस्त रहते हैं और मौका मिले तो अजगर की ही तरह पूरे विभाग का भी सौदा कर सकते हैं।विभागीय लोगो की माने तो दशकों से एक ही जिले में जमे इन लोगो की पहुंच बहुत उपर तक होती है।ऐसे लोगों की वज़ह से स्वास्थ्य विभाग की हालत य़ह हो गई है कि विभाग में दवा से लेकर मरीज भी बिकते हुए मिल जाते हैं। तीसरे तरह के लोगों की वज़ह से इस विभाग में आपको बगैर कागज व बिना नाम के प्राइवेट हॉस्पिटल वह भी कोठी के अंदर जगह जगह कुकरमुत्ते की तरह संचालित दिखाई पड़ सकते हैं । यहां आपको बताते चलें कि इस तरह के हॉस्पिटलो को चलाने मे दलालो की बड़ी ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है और ऐसे अस्पताल दलालो पर आश्रित होते है और यही दलाल सरकारी जिला अस्पताल से प्राइवेट हॉस्पिटलो के बीच गहरा नाता जोड़ देते हैं और जिनके कंधों पर इस पर लगाम कसने की जिम्मेदारी है वह अपनी आंख मूँद केवल जिंदगी का मजा लूटने में लगे हुए हैं।यहां यदि आप अपने मरीज को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है तो आपको अपने मरीज का सावधानी पूर्वक ध्यान देना पडेगा नही तो आप को समझा बुझा कर आपके मरीज को भी बेचा जा सकता है।इस विभाग की हालत पर बस एक शेर और बात खत्म।
“देख तेरे संशार की हालत क्या हो गई भगवान, कि कितना बदल गया इन्सान”
यह रहा संक्षिप्त में स्वास्थ्य बिभाग सोनभद्र का हाल
अभी चलते हैं बाकी बचे तीन और बिभाग जैसे खनन विभाग,परिवहन विभाग और लोक निर्माण बिभाग।
अगले समाचार मे हम आपको इनमे से किसी एक और विभाग की कार्यप्रणाली से रुबरु कराने का प्रयास करेगे तब तक के लिए विदा ले रहे हैं।