भक्त और भगवान का मिलन ही महारास की लीला है स्वामी हरिदास महराज
सोनभद्र समाचार ब्यूरोचीफ नन्दगोपाल पाण्डेय
रामगढ़। रामगढ़ के ग्राम अमिलियां में चल रहे श्रीमदभागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन श्रीकृष्णऔर रुक्मिणी का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथामें ऋषिकेश से पधारे संत श्री हरिदास जी महाराज नें बताया कि भक्त और भगवान का मिलन ही महारास की लीला है।
गोपियों के साथ रास है।यही महारास की लीला का रहस्य है।।चल रहे साप्ताहिक यज्ञ में प्रातः से ही सुदूर गाँवो से पधारे भक्तों के द्वारा यज्ञ परिक्रमा किया गया। वृन्दावन से पधारे कलाकारों नें भगवान श्रीकृष्ण के गोपीलीला की मनमोहक झांकी प्रस्तुत कर भक्तों को भक्तिमय वातावरण बना दिया।यज्ञमण्डप भक्तों जयकारे से गुंजायमान रहा।
।इस दौरान आचार्य पृथ्वीनाथ शुक्ल और उनके टीम द्वारा श्रीमदभागवत पाठ जारी रहा। कथा में अवधेश नारायण शुक्ल,अशोक शुक्ल, विनोद कुमार शुक्ल,राजेंद्र तिवारी, लालजी ओझा, संजीव त्रिपाठी,रामकृष्ण धर दूबे, अखिलेश मिश्रआदि भक्तगण यज्ञ में समर्पित भाव से लगे रहे।