ठेका संचालित करने के लिए मांगे 350000, जबलपुर लोकायुक्त ने सिवनी में आबकारी अधिकारी को रंगे हाथों दबोचा

ठेका संचालित करने के लिए मांगे 350000, जबलपुर लोकायुक्त ने सिवनी में आबकारी अधिकारी को रंगे हाथों दबोचा
एमपी के सिवनी जिले में जबलपुर लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए एक जिला सहायक आबकारी अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी अधिकारी पर शराब दुकानों का ठेका सुचारू रूप से चलाने के एवज में 3,50,000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। लोकायुक्त ने यह कार्रवाई एक शराब ठेकेदार की शिकायत पर की थी।
सिवनीः मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में जबलपुर लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने जिला सहायक आबकारी अधिकारी को 350000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी पर सहायक आयुक्त आबकारी के कहने पर शराब दुकानों का ठेका संचालित रखने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप है। इस मामले में जबलपुर लोकायुक्त ने कार्रवाई की है।
दरअसल, जबलपुर लोकायुक्त ने जिले के सहायक जिला आबकारी अधिकारी पवन कुमार झारिया को 350000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। वह विदेशी मद्य भांडागार में पदस्थ है। उसने सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन के कहने पर रिश्वत ली है। आरोपी के खिलाफ शराब ठेकेदार राकेश कुमार साहू ने लोकायुक्त में शिकायत की थी।
ठेका चलाने के लिए मांगी रिश्वत
लोकायुक्त टीम के एएसआई दिलीप झरवडे़ ने बताया कि राकेश कुमार साहू (57 साल) निवासी खैरा पलारी तिगड्डा जिला सिवनी ने शिकायत दर्ज कराई। साहू ने बताया कि वह सिवनी में तीन सिंडिकेट ग्रुप के नौ शराब दुकानों का ठेका संचालित करता है। उसने आरोप लगाया कि सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन ने उनसे ठेका सुचारू रूप से चलाने के लिए 5 लाख रुपये मासिक रिश्वत की मांग की थी।
लोकायुक्त के जाल में फंसा अधिकारी
लोकायुक्त टीम ने साहू की शिकायत का सत्यापन किया। जांच के दौरान टीम को झारिया ने साहू से 3,50,000 रुपये की रिश्वत की मांग को सही पाया। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और झारिया को सिवनी के विदेशी मद्य भंडागार में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त टीम के उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवडे ने बताया कि झारिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

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