शिक्षा क्रांति के अग्रदूत महान समाज सुधारक, महात्मा ज्योतिबा फूले पुण्य तिथि पर शत्-शत् नमन्।
महात्मा ज्योतिबा फुले (ज्योतिराव गोविंदराव फुले) को 19 वी. सदी का प्रमुख समाज सेवक माना जाता है। उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया। छुआ छूत, नारी-शिक्षा, विधवा – विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किया है।
ज्योतिबा यह जानते थे कि देश व समाज की वास्तविक उन्नति तब तक नहीं हो सकती, जब तक देश का बच्चा-बच्चा जाति-पांति के बन्धनों से मुक्त नहीं हो पाता, साथ ही देश की मां, बहन, बेटियों समाज के प्रत्येक क्षेत्र में समान अधिकार नहीं पा लेतीं । उन्होंने तत्कालीन समय में भारतीय नवयुवकों का आवाहन किया कि वे देश, समाज, संस्कृति को सामाजिक बुराइयों तथा अशिक्षा से मुक्त करें और एक स्वस्थ, सुन्दर सुदृढ़ समाज का निर्माण करें । मनुष्य के लिए समाज सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है । इससे अच्छी ईश्वर सेवा कोई नहींं।
राम राम, वंदे गौ मातरम, देश हित सर्वोपरी
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़