
उमरिया/भरौला – पटवारी मांग रहा है 50000 हजार की रिश्वत, परेशान किसान ग्राम भरौला। मध्य प्रदेश सरकार का राजस्व महा अभियान 3. किसानों की समस्याओं का समाधान।
लोकेशन उमरिया मध्य प्रदेश
रिपोर्टर विजय कुमार यादव
उमरिया जिले की धरातल कुछ ऐसे ही बाया करते दिखाई नजर आ रही है पटवारी द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। पटवारी मांग रहा 50000 हजार की रिश्वत, परेशान किसान आरोप है कि पटवारी लगातार आवेदक के ऊपर रिश्वत के लिए दबाव बना रहा है वहीं रकम नहीं देने पर काम में आनाकानी कर रहा है
जानकारी के मुताबिक, पटवारी प्रशांत पाठक की पदस्थापना ग्राम पंचायत भरौला मेरे द्वारा पटवारी को अपने दादा पंचा लोनी खसरा क्रमांक 55,34/171 जो की भरौली वीरान में है वसीयत एवं भूमि संबंधित दस्तावेज दिए थे जो की वसीयत के आधार पर नामांतरण नहीं किया जा रहा है। पटवारी के द्वारा बोला गया है की तहसील में आवेदन न देकर मुझे आवेदन दिया जाए तो मैं दे दिया था और साथ में मेरा नाती संतोष लोनी को पटवारी हल्का के द्वारा कहा जाता है कि मेरे कमरे में आ जाना जहां मैं रहता हूं आगे की प्रक्रिया वही बताऊंगा और संतोष लोनी को कहा गया है कि 50000₹ की रिश्वत लगेगा साहब मांगे हैं काम हो जाएगा इसके बाद पटवारी के कमरे से मैं वापस घर आ गया फिर दोबारा पटवारी से संपर्क नहीं किया गया और इसके बाद मेरा आवेदन खारिज कर दिया गया कल्लू लोनी सीएम हेल्पलाइन में शिकायत किया था जो कि आज दिनांक 3 दिसंबर 2024 तारीख को मेरे मोबाइल फोन में पटवारी के द्वारा सीएम हेल्पलाइन करने पर धमकी दी जा रही है कि तुम्हारे नाम में साहब एफ. आई. आर. करवा कर जेल भिजवा देंगे।
लेकिन अभी तक उस पर कार्रवाई नहीं हुई है। काम नहीं होने से परेशान किसान अपने जमीन के रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए लगातार उसके चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वह बिना पैसे लिए काम करने को तैयार ही नहीं है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब सरकार उन्हें काम करने का पूरा पैसा देती है और हर महीने तनख्वाह मिलता है, उसके बावजूद पटवारी रिश्वत लेने से पीछे नहीं हटते. स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार मजबूरी में वे लोग पटवारी को पैसा देते हैं, क्योंकि आजकल ज्यादातर काम चाहे वह जमीन के हो या फिर आय, जाति-निवास पटवारी के दस्तखत के बिना हो नहीं पाता।