वनभूमि पट्टा के लिए 7 को करेंगे प्रदर्शन

प्रेस विज्ञप्ति
वनभूमि पट्टा के लिए 7 को करेंगे प्रदर्शन
पखांजूर/ आगामी 7 जनवरी को क्षेत्र में वन भूमि पर काबिज लोग पट्टा के लिए एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। ब्यूरो चीफ राकेश मित्र जिला-कांकेर (छ.ग)
उक्त आशय की जानकारी वनाधिकार संघर्ष मंच के अध्यक्ष छोटे लाल एवं महासचिव खोमेश शोरी ने आज एक प्रेस बयान जारी कर दी।
मंच के संरक्षक महेश्वर शर्मा ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वनाधिकार कानून लागू होने के करीब 20 वर्ष बाद भी वनभूमि पर काबिज आदिवासियों और अन्य परंपरागत निवासियों को वन भूमि का पट्टा वितरित नहीं किया गया है।
उन्होंने प्रदेश के दो प्रमुख राजनैतिक पार्टियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वनाधिकार पत्रक को सिर्फ राजनैतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए चुनाव के पहले उछाला जाता रहा है। इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस पार्टी ने वोट मांगा था लेकिन सत्ता में आने के बाद इस वादा को भुला दिया गया था।
शर्मा ने भाजपा सरकार को आदिवासी विरोधी करार देते हुए कहा कि मोदी सरकार जंगलों की हजारों एकड़ जमीनों को बड़े बड़े व्यापारियों को होटल खोलने,पर्यटक स्थल के रूप में विकसित कर मुनाफा कमाने के लिए देने का निर्णय लिया है लेकिन गरीब आदिवासी और अन्य परंपरागत निवासी जो जंगल की भूमि में झोपडी बनाकर और कृषिकार्य कर जीवन निर्वाह करते है उनको पट्टा देने को तैयार नहीं है।
श्री शर्मा ने कहा कि देश में वामपंथी पार्टियों के दबाव में मनमोहन सिंह की सरकार ने यह कानून बनाया था लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश में कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने इस मुद्दा को छोड़ दिया है यह दोनों ही पार्टियां इस मुद्दे पर गरीबों के अधिकार के लिए संघर्ष के प्रति ईमानदार नहीं है।उन्होंने कहा कि मंच के द्वारा इस मुद्दे पर अभियान चलाया जा रहा है और आगामी 7 जनवरी को आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा।

प्रेषक
महेश्वर शर्मा
संरक्षक

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