गजरा राजा चिकित्सा महाविद्यालय, ग्वालियर
गजरा राजा चिकित्सा महाविद्यालय, ग्वालियर के बहुप्रतीक्षित वार्षिकोत्सव के चतुर्थ दिन की शुरुआत अल्पना प्रतियोगिता से प्रारंभ हुई। रंगोली के बंगाली फोल्क आर्ट से दिन की शुरुआत ने चतुर्थ दिन को रंगमय कर दिया।
ओपन पेंटिंग प्रतियोगिता में केनवास में ब्रुश से रंगीन चित्र छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए। प्रत्येक पेंटिंग को देखकर लग रहा था जैसे वे सजीव होकर केनवास से बाहर निकलने को आतुर हो रहे हों।
क्ले मॉडलिंग अर्थात मिट्टी से विभिन्न मूर्तियां बनाकर चिकित्सकीय छात्र-छात्राओं ने बता दिया कि वे भी कला महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से कमतर नहीं हैं।
क्लिनिकल सोसायटी के मेडमाइंड मानिया में दिमागी सवाल ने एक बार तो वरिष्ठ चिकित्सकों को भी उलझा दिया था।
लिटरेरी कमेटी के डंब शराड्स प्रतियोगिता में पर्ची से फिल्म का नाम निकालकर अभिनय कर “लगे रहो मुन्नाभाई” जैसी फिल्मों का नाम बताकर छात्र-छात्राओं ने बता दिया कि भाषा समझने के लिए शब्दों की आवश्यकता नहीं होती है।
कचड़े से मॉडल बनाने की प्रतियोगिता ने संदेश दिया कि कोई भी वस्तु खराब नहीं होती बल्कि प्रत्येक वस्तु रिसायकल हो सकती है।
विश्व यूथ दिवस के पूर्व हुई स्वामी विवेकानंद वक्तव्य प्रतियोगिता ने संपूर्ण सभागार को राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कर दिया।
कल्चरल कमेटी के इंस्ट्रूमेंटल प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने संगीत वाद्य यंत्र से संपूर्ण मैदान को संगीतमय कर दिया।
वहीं केकोफोनी के कानफोडू सुर ने कान में दर्द सा लगा दिया। जिसमें सबसे बेसुरा ही विजेता बना।
ओपन माइक प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं द्वारा अपने दिल की बात सभी के सामने रखी। अंत में बैंड नाईट की प्रस्तुति के बाद आज के नाम का समापन हुआ।
समापन अवसर पर सेलीब्रेशन चेयरपर्सन डॉ.वृंदा जोशी व अधिष्ठाता डॉ.आर.के.एस.धाकड़ ने सभी छात्र-छात्राओं को अनुशासन में रहने की हिदायत देते हुए सभी छात्र-छात्राओं के ऊर्जा की तारीफ की।