ग्वालियर। दिनांक 10.01.2025 – पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे) के निर्देश पर ग्वालियर जिले के विभिन्न स्कूलों, कॉलेज, कोचिंग संस्थान तथा सार्वजनिक स्थानों पर साइबर क्राइम जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आज दिनांक 10.01.2025 को एसडीओपी बेहट श्री संतोष कुमार पटेल के द्वारा विक्रांत यूनिवर्सिटी बिजौली तथा डीएसपी महिला सुरक्षा श्रीमती किरण अहिरवार द्वारा विद्या कोचिंग संस्थान में ‘‘साइबर क्राईम अवेयरनेस‘‘ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर कॉलेज एवं कोचिंग स्टॉफ तथा अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को साइबर अपराधों के संबंध में जानकारी देकर जागरूक किया गया।
एसडीओपी बेहट श्री संतोष कुमार पटेल के द्वारा आज विक्रांत यूनिवर्सिटी बिजौली में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं तथा कॉलेज स्टॉफ को वर्तमान समय में होने वाले साइबर अपराधों के संबंध में जानकारी दी गई और उनके बचाव के प्रति जागरूक किया गया। उपस्थित स्टूडेंट को वर्तमान समय में हो रहे डिजिटल अरेस्ट संबंधी अपराध के संबंध में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक किया गया और उन्हे बताया गया कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी प्रावधान नही है। इसलिए इस प्रकार के कॉल आने पर घबड़ाएं नही और तत्काल पुलिस को सूचित करें। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जानकारी दी गई।
डीएसपी महिला सुरक्षा श्रीमती किरण अहिरवार द्वारा आज दिनांक 10.01.2025 को विद्या कोचिंग सेंटर में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को वर्तमान समय में होने वाले साइबर फ्रॉड के विभिन्न अपराधों तथा महिला संबंधी अपराधों से अवगत कराया। उन्होंने वर्तमान में पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराध संबंधी शिकायतों को साझा किया। कार्यक्रम में उनके द्वारा मुख्यतः साइबर फ्रॉड, डिजीटल अरेस्ट तथा सोशल मीडिया फ्रॉड एवं महिला संबंधी अपराधों आदि विषय पर विस्तार से छात्र-छात्राओं को समझाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन का उपयोग करते समय कौन-कौन सी सावधानियां बरतें इस विषय पर भी प्रकाश डाला और साथ ही उनको साइबर अपराधों से बचने के उपायों से भी अवगत कराया जाकर साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जानकारी दी गई।
ग्वालियर पुलिस द्वारा प्रारंभ किये गये साइबर क्राइम अवेयनेस प्रोग्रामों का मुख्य उद्देश्य आने वाली नवीन पीढ़ी को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना है। जिससे भविष्य में साइबर संबंधी अपराधों पर पूर्णतः रोक लगाई जा सके।