मवाना मेरठ संवादाता
रविवार को लगने वाली साप्ताहिक पैठ डिवाइडर पर दुकान न लगने का आदेश दिया गया था लेकिन आदेश की निकली हवा क्योंकि पेठ के ठेकेदारों द्वारा अधिक पैसा वसूलने के चक्कर में डिवाइडर पर पेठ में दुकान लगवा दी जाती हैं फिर वह उन दुकानदारों को वहां से हटाने के लिए कहता है तो दुकानदारों का भी कहना सही है हम पहले से यहां दुकान लगाते हैं हम क्यों हटाए मुंह मांगा पैसा दे रहे हैं ठेकेदार को क्योंकि इस इस ठेके में ठेके सभासदों की भी पट्टी है ठेकेदार को सभासदों का भी आशीर्वाद है क्यों कि सभासद की भी इस पेठ बाजार में पट्टी लगी हुई है, सभासद स्वयं पेठ में जाकर ठेकेदार के साथ उगाई करते हैं तो ठेकेदार को डर किस बात का इसे तो कहते हैं सफेद पोस्ट नेताओं के इशारे पर ठेकेदार की चल रही है मनमानी मैदान का ठेका होने के उपरांत भी वी आई पी रोड पर खुलकर लगती है पेठ किसी का कोई डर नहीं सबके आदेश हो जाते हैं फिर इस रोड पर मुंशिफ न्यायालय तहसील सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवाना नगर पालिका परिषद मवाना आदि ऑफिस हैं सभी अधिकारी इसी रास्ते को अपने-अपने ऑफिस में जाते हैं मजे की बात तो है नगर पालिका परिषद मवाना के द्वारा बच्चों के खेलने के मैदान को भी पार्किंग स्थल बना दिया है इस मैदान को बच्चों के खेलने के लिए अच्छी तरह से डेवलप किया जाना था लेकिन नगर पालिका परिषद मवाना ने इसमें पार्किंग स्थल बना दिया, कल 1 ग्राम वासी ने उप जिलाधिकारी प्रतीक्षा सिंह के सामने भी एक बात कही थी ग्राम के लोग तहसील में आते हैं और तहसील में ना मोटरसाइकिल खड़ी करने देते हैं ना गाड़ी खड़ी करने देते हैं केवल एक गाड़ी खड़ी करने का स्थान बड़ा मैदान था इसको भी पार्किंग स्थल बना दिया कुछ किसानों के बारे में ग्राम वासियों के बारे में भी चेयरमैन साहब सोचो, मवाना थाना पुलिस के द्वारा रोड पर लगाने वाली दुकानदारों के नाम मोबाइल नंबर भी लिखे गए पूछने पर पता चला अभी नंबर लिखे जा रहे हैं चालान भी किया जा सकता है, विशेष सूत्रों से पता चला नाम लिख रहे पुलिस कर्मियों से ठेकेदार ने कहा मेरी रात में सो सब से बात हो चुकी है आप नाम ने लिखो, फिर भी पुलिस के दो उप निरीक्षकों ने काफी मेहनत के साथ 50 व्यापारियों के नाम मोबाइल नंबर और उनका एड्रेस लिखा है अब देखना है इन नाम नंबरों का होता है क्या।