रमसोलेपुर भूखंड में एनजीटी के मानकों की अनदेखी, निकला पानी ।
फतेहपुर:-
मोरंग खनन में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियम के तहत सात फिट से अधिक गहराई पर नही किया जा सकता है इसके बावजूद यमुना नदी के रामसोलेपुर भूखंड में पोकलैंड से 20 से 25 फिट गहराई कर मोरंग निकाल कर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया जा रहा है। अधिक गहराई से खनन होने के कारण भूखंड में पानी निकल आया है और जलीय जीव मर रहे है।
रमसोलेपुर भूखंड में अवैध खनन की शिकायत पर भी खनन अधिकारी कोई जांच नही करवा रहे है वही मोरंगमाफ़ियाओ के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे है और धड़ल्ले से अवैध तरीके से खनन व ओवरलोडिंग सुरु है जिस पर कोई रोक नही लग पा रही है कई बार रमसोलेपुर भूखंड में हो रहे अवैध खनन व ओवर लोडिंग की शिकायत सासन व प्रशासन को की गई है इसके बावजूद भी अभी तक कोई भी अधिकारी अभी तक भूखंड में जांच करने भी नही आया वही कई बार रमसोलेपुर भूखंड में हो रहे ओवरलोडिंग व अवैध खनन का वीडियो ट्विटर के माध्यम से व सोशलमीडिया के माध्यम से वायरल किया हुवा है जिसने भूखंड पर हो रहे अवैध खनन व ओवेलोडिंग का सच बता रहा है लेकिन सब सेटिंग गेटिंग के चलते अब तक कोई जांच या कार्यवाही नही हुई है जिसके चलते खनन माफिया बेरोकटोक धड़ल्ले से अवैध खनन जारी किए है वही भूखंड में लगे सीसीटीवी कैमरे हो गए है फेल क्योंकि उनकी नजर वही रहती है जहाँ खनन जल्दी नही होता है वही बिना रवन्ना के मोरंग से भरे ओवरलोड़ वाहन थाने के कुछ दूरी से गुजरते है और प्रशाशन द्वारा कोई कार्यवाही नही हो पा रही है इन खनन माफियाओ के आगे नमस्तक है प्रशाशन।।
आखिरकार योगी सरकार द्वारा इन खनन माफियाओं पर कड़े निर्देश जारी हुवे थे लेकिन उन निर्देशो के दावे फेल होते नजर आ रहे और मोरंगमाफ़िया हावी होते नजर आ रहे है।
जिला संवाददाता:- दीपक मिश्रा, राम जी कैमरा मैंन के साथ इंडियन टीवी न्यूज चैनल