जेयू: केंद्रीय ग्रंथालय एवं सूचना विज्ञान अध्ययनशाला में इलेक्ट्रॉनिक संसाधन केंद्र(वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन) पर आधारित कार्यक्रम आयोजित
जर्नल्स डिजिटल करने से छात्रों का पैसा बचेगा – प्रो. एसएन सिंह
अब एक क्लिक में छात्रों को जर्नल्स उपलब्ध होंगे- प्रो. अविनाश तिवारी
प्रधानमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया है – जयप्रकाश राजौरिया
ग्वालियर। डिजिटल जर्नल्स करने से पैसा बचेगा भिन्न भिन्न, भाषाओं में जर्नल्स हैं। भारत को एक बनाने के लिए यह योजना काफी कामगार साबित होगी इसलिए भारत विश्व गुरु बनेगा। छात्र घर बैठे इसका उपयोग कर सकते हैं। छात्र इसे अपनी पढ़ाई के लिए और शोध के लिए बहुत अच्छे उपयोग कर सकते हैं। ऐसे बच्चों तक पहुंच सकता है जो लाइब्रेरी में आने का सोच भी नहीं सकते।यह बात अटल बिहारी बाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंध संस्थान, ग्वालियर के निदेशक प्रो. श्री निवास सिंह ने जेयू के केंद्रीय ग्रंथालय में इलेक्ट्रॉनिक संसाधन केंद्र (वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन)विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया उपस्थित रहे। वहीं अध्यक्षता जेयू के कुलगुरु प्रो. अविनाश तिवारी ने की।प्रो. हेमंत शर्मा के स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।सर्वप्रथम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात इलेक्ट्रॉनिक संसाधन केंद्र (वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन) केंद्र का उद्घाटन किया गया।कार्यक्रम के दौरान सभी अतिथियों को शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित राजौरिया ने कहा कि वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन पहल भारत के शोध इकोसिस्टम के लिए एक गेम-चेंजिंग योजना है। 30 अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों की 13,000 से अधिक पत्रिकाओं तक डिजिटल पहुंच प्रदान करके, इसने पूरे भारत में शोध के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है।बच्चों को मुफ्त में सीखने का मौका मिलेगा। प्रधानमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया है।एआई के क्षेत्र में हमने काफी कार्य किया है।भारत विश्व का नेतृत्व करेगा। टॉप कंपनियों में भारत के ही निर्देशक बैठे हैं। नई पीढ़ी को पैसा खर्च न करना पड़े इसलिए इलेक्ट्रॉनिक जर्नल्स उपलब्ध कराए गए हैं।2047 में भारत विकसित भारत होगा। हमारा नेतृत्व बहुत मजबूत होगा।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जेयू के कुलगुरू प्रोफेसर अविनाश तिवारी ने कहा कि वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन जर्नल्स इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से 32 पब्लिशर जीवाजी विश्वविद्यालय को मिले हैं, जिसमें हजार मात्रा में जर्नल्स हैं। इसमें बड़े-बड़े पब्लिशर्स भी हैं, जिसको खरीदने में काफी पैसा खर्च होता है। केंद्र सरकार के प्रयासों से यह छात्रों के हितों को देखते हुए काफी हितकारी सिद्ध हुए हैं।यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। डिजिटल वर्ल्ड बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इतनी रफ्तार से हम नहीं बढ़ पा रहे हैं। अब कुछ चीज गोपनीय नहीं रही। सब कुछ इंटरनेट पर है।वर्तमान में छात्रों के पास काफी विकल्प है। इससे छात्रों को आगे जाने का काफी मौका मिलेगा। विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रहा है। विश्वविद्यालय में नई लाइब्रेरी का उद्घाटन भी जल्द होगा।इस अवसर पर डॉ.केशव पांडे,प्रतीक तिवारी, डॉ.केशव यादव,प्रो. शांतिदेव सिसौदिया,प्रो. समीर भागवंत, डॉ. जीके शर्मा,प्रो. राजेन्द्र वैद्य,प्रो. मनोज गुर्जर, डॉ. शिवकुमार शर्मा, डॉ. रविकांत द्विवेदी, डॉ. नीरज झा, डॉ. अशोक सिंह, डॉ. सुधीर शर्मा, राकेश सिंह गुर्जर, अतुल पांडे, डॉ. विमलेंद्र सिंह राठौर,अनिल सिंह राजावत, एडवोकेट राजेश सिंह, शकील खान सहित अधिकारी,कर्मचारी व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन प्रो. हेमंत शर्मा ने किया। वहीं प्रो. जेएन गौतम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
ब्यूरो चीफ गजेंद्र सिंह यादव