खबर सहारनपुर मंडल से
महिला थाने पर अधिकारियों की रहती पैनी नज़र,पूर्व में बदनामी का दंष भी झेला!
पति-पत्नी के विवादों को लेकर महिला थाना की कार्यप्रणाली को लेकर उच्चाधिकारियों के यहां भी होती रहती शिकायत.!
मुजफ्फरनगर।जनपद मुजफ्फरनगर के अंतर्गत महिला थाने में महिला कैसेज से जुड़े मामलों को लेकर सुनवाई होती है तथा पीड़ित महिलाओं को इंसाफ दिलाने के भरसक प्रयास किए जाते हैं। हालांकि महिला थाने के अंतर्गत आने वाले कैसेज में ज्यादातर कैसेज घरेलू पारिवारिक और पति-पत्नी के आपसी मामले होते हैं, जिनको लेकर यही प्रयास रहता है कि उनके मामलों को सही तरीके से सुलझाया जा सके साथ ही ऐच्छिक ब्यूरो में भी ऐसे मामलों की सुनवाई होती है और वहां पर बाकायदा ब्यूरो की टीम बैठकर पति-पत्नी के आपसी झगड़ों के मामले को सुलझाने का प्रयास करती है और कोशिश होती है सहमति से बात बन जाए और मामलों का निपटारा हो जाए, ऐसे मामलों की संख्या काफी बड़ी रहती है जिस कारण मामलों के निपटारे में भी समय लगता है लेकिन फिर भी पुलिस का यह प्रयास रहता है कि समय से ऐसे मामलों का निपटारा कर दिया जाए लेकिन कई बार ऐसा भी हो जाता है कि जब महिलाएं न्याय और इंसाफ के लिए चक्कर काटती रहती हैं हालांकि मुजफ्फरनगर महिला थाना कई बार विवादों में भी रहा है और पुलिस कप्तान अभिषेक यादव के समय में एक बार पूरा महिला पुलिस थाना ही लाइन हाजिर कर दिया गया था और कई दिन तक महिला थाना बंद रहा था, यहां पर फिर पूरी नई टीम की तैनाती की गई, आरोपों के चलते आपसी उठा पटक के कारण काफी फजीहत भी हुई थी, पूर्व में बन्टर बांट को लेकर भी काफी फजीहत महिला थाने की हो चुकी है ओर कुंच मामलों में अभी भी पति पत्नि के विवादो में उच्च अधिकारी को यहां शिकायत पूछती रहती है।लेकिन पिछले कुछ समय से अधिकारियों की सक्रियता और निगेहवानी में मामलों पर पूरी तरीके से नजर रखी जा रही है और महिला से जुड़े मामलों को अधिकारी स्वयं संज्ञान लेकर अपने स्तर से उनका निपटारा करने का प्रयास करते हैं अधिकारियों के कुशल सुपरविजन में काम चल रहा है। उच्च अधिकारियों का प्रयास होता है कि कहीं भी किसी प्रकार की कोई कोताही ना बरती जाए और महिला मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए।
रिपोर्टर रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़