
हम पत्रकारों के साथ बड़ी समस्या यह भी है कि जब हम किसी पार्टी के नेता के बारे में कुछ कटु सत्य लिख देते हैं तो उनके समर्थक इसे स्वीकार नहीं कर पाते और हमें इस प्रकार से देखते है कि जैसे अभी उनका बस चले तो शिव जी की तरह त्रिनेत्र से भस्म कर दे अरे भाइयों पत्रकार केवल आईना दिखाने का कार्य करता है उसमें उसका कोई निजी स्वार्थ नहीं होता है पत्रकार केवल समाज के हित के लिए लिखता है ताकि धरातल पर कार्य हो सके चलिए हम आपसे ही पूछते क्या आपको जानकारी है कि मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए सरकार की क्या क्या योजनाएं चल रही है तो अधिकतर व्यक्तियों का जवाब होगा कि मध्यमवर्गीय परिवार के लिए सरकार कोई सुविधा नहीं देती क्या आप बता सकते हैं कि सरकार की योजनाओं की जानकारी कहा से प्राप्त होती है आपके क्या क्या अधिकार होते हैं यदि कही पर आपके अधिकारों का हनन होता है तो पत्रकार ही आपके लिए अपनी कलम के माध्यम से आवाज उठाने का कार्य करता है नेता हो ,अभिनेता हो ,अधिकारी हो या कर्मचारी हो वह जब भी कानून की मर्यादा से बाहर जाकर आम व्यक्ति के अधिकारों का हनन करता है तो पत्रकार ही आम व्यक्ति की आवाज बनता है पत्रकार किसी का नहीं होता क्योंकि उसको सच्चाई दिखानी होती है वह निष्पक्ष होता है यदि कोई नेता अच्छा कार्य करता है तो वह भी दिखाते हैं लेकिन यदि वह अपने दायित्व का निर्वाहन सही से नहीं करता है तो उसके विरुद्ध लिखने का कार्य भी पत्रकार ही करता है चाहे वह किसी भी पार्टी का किसी भी पद का नेता हो और सबसे विशेष बात पत्रकार रात दिन प्रत्येक मौसम में बिना किसी लालच के अपनी जान जोखिम में डालकर वह भी अवैतनिक अपना कार्य ईमानदारी से करता है अतः आप सबसे निवेदन है कि पत्रकार की मनोदशा एवं परिस्थितियों को भी समझने का प्रयास करे यही एक पत्रकार के लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा।
रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़