स्वामी वरूणेन्द्र तीर्थ युवाचार्य सडक दुर्घटना में घायल

शंकराचार्य के बाद युवाचार्य को जान का खतरा

सुरक्षा की मांग के बावजूद शासन नहीं दे रहा ध्यान

भानपुरा पीठ के शंकराचार्य एवं युवाचार्य के साथ हो रहे हादसों को लेकर देशभर में आक्रोश

रतलाम/ ज्योतिर्मठ अवांतर भानपुरा पीठ के युवाचार्य स्वामी वरूणेन्द्र तीर्थ विगत 8-9 मार्च को सागर जिले में वाहन दुर्घटना में बाल-बाल बचे। वे बीती 8 मार्च को मंदसौर पुलिस अधीक्षक अभिशेक आनंद के भोपाल में आयोजित पारिवारिक उत्सव में आशीर्वचन देकर ललितपुर (उ.प्र.) के लिए सडक मार्ग से प्रस्थान कर रहे थे। भोपाल से 10-15 किलोमीटर दूर उनके वाहन को असामाजिक तत्वों द्वारा रोकने का प्रयास किया गया। कुछ देर नजदीकी पेट्रोल पम्प पर वाहन को रोककर पुनः आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान किया, रात्रि 2 बजे सागर जिले के ग्राम मालथौन थाना क्षेत्र के बेसरा गांव में हाईवे पर सामने की ओर से अज्ञात लोगों ने वाहन पर कुछ धारदार वस्तु या पदार्थ फेंका जिससे गाडी का पिछला टायर क्षतिग्रस्त होकर फूट गया और गाडी अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरी और खेत में घुस गई, जिससे वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और वाहन में सवार युवाचार्य वरूणेन्द्र तीर्थ एवं उनके साथ दो सेवादारों को भी चोटें आई हैं।
ज्ञात रहे कि पूर्व में शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंदजी तीर्थ पर अनेकों बार हमले व जान से मारने की धमकी की वारदातें हुई हैं। अब युवाचार्य वरूणेन्द्र तीर्थ के साथ रैकी कर वाहन दुर्घटना को अंजाम देने की वारदात सामने आई है। जिससे देशभर में ज्योतिर्मठ अवांतर भानपुरा पीठ के शिश्यों एवं भक्तों में आक्रोश व्याप्त है।
परम पूज्य शंकराचार्य ज्ञानानंद जी तीर्थ एवं युवाचार्य वरूणेन्द्र तीर्थ हमारे देश के धर्म व आध्यात्मिक जगत की अनमोल विभूति हैं। आपकी उच्च कोटि की विद्वत्ता एवं तत्वार्थ ज्ञान से देश-विदेश के सनातनी श्रद्धालु सतत लाभान्वित होते हैं। बार-बार होते इन घातक हमलों, धमकियों एवं दुर्घटनाओं से संपूर्ण देश के श्रद्धालु भक्तों और अनुयायियों के मन में आक्रोश है।
सनातन धर्म के सर्वोच्च पद पर आसीन शंकराचार्य एवं युवाचार्य की सुरक्षा को लेकर मध्यप्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा बरती जा रही लापरवाही बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिन्दुत्व और सनातन की बात करने वाली सरकारें फिल्मी सितारों और अपने चहेतों को सुरक्षा दे रही है, लेकिन सनातन धर्म के सर्वोच्च पद पर आसीन शंकराचार्य एवं युवाचार्य के साथ हो रही घटनाओं और निरंतर सुरक्षा देने की मांग के बावजूद सुरक्षा और राजकीय सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अपनी सुरक्षा के विषय में पूज्य शंकराचार्य एवं युवाचार्य द्वारा सरकार से अनेकों बार पत्राचार किया जा रहा है, किंतु उन्हें बिल्कुल भी सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है।
केंद्र और मध्यप्रदेश की सरकारों द्वारा उनकी सुरक्षा के प्रति इसी तरह उदासीनता बरती जाने से उन पर हमले व धमकियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। समय रहते सरकार को पूज्य शंकराचार्य एवं युवाचार्य की सुरक्षा के पुख्ता प्रबन्ध तत्काल किए जाने चाहिए। ऐसे विद्वत महापुरुषों का मान सम्मान सुरक्षा और गरिमा में कोई कमी नहीं रहना चाहिए।
केंद्र सरकार तथा मध्य प्रदेश सरकार से संपूर्ण सनातन समाज यह मांग करता है कि पूज्य शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंदजी तीर्थ एवं युवाचार्य वरूणेन्द्रजी तीर्थ को समुचित सुरक्षा व्यवस्था एवं राजकीय अतिथि का दर्जा प्रदान किया जाए।

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