
उरई(जालौन):
ई-रिक्शा यूनियन ने ई-रिक्शा चालकों के उत्पीड़न के खिलाफ सौंपा ज्ञापन:
नगर पालिका के खिलाफ किया प्रदर्शन, टैक्स वसूली पर जताया विरोध, एडीएम को सौंपा ज्ञापन, शासनादेश दिखाने की रखी मांग: शुक्रवार को ई-रिक्शा जनकल्याण समिति के जिलाध्यक्ष रवि वर्मा के नेतृत्व में दर्जनों ई-रिक्शा चालकों ने नगर पालिका परिषद द्वारा प्रस्तावित लाइसेंस शुल्क व टैक्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। चालकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और अपर जिलाधिकारी प्रेमचंद मौर्य को शिकायती पत्र सौंपा। जिलाध्यक्ष रवि वर्मा ने बताया कि नगरपालिका ने बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित करते हुए ई-रिक्शा लाइसेंस शुल्क निर्धारित किया है और टैक्स वसूली की स्वीकृति दे दी है। जबकि शासनादेश में ई-रिक्शा से किसी प्रकार का टैक्स वसूलने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि शासनादेश में स्पष्ट रूप से टैक्स वसूली का निर्देश है, तो संगठन के सभी सदस्य टैक्स देने को तैयार हैं, लेकिन यदि ऐसा कोई आदेश नहीं है, तो नगर पालिका द्वारा की जा रही वसूली को तत्काल रोका जाए। पत्रकारों से वार्ता करते हुए ई-रिक्शा यूनियन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि अगर शासन द्वारा बायलाज में आटो रिक्शा के साथ ई-रिक्शा से शुल्क वसूली का प्रावधान है तो हम सभी को बसूली से कोई आपत्ति नहीं है और अगर बायलाज में ई-रिक्शा नहीं है तो यह अवैध बसूली तुरन्त रोकी जाये ।इस दौरान संजय सिंह जादौन जिला कोषाध्यक्ष,रामचंद्र, सोनू, शिवम, विनय, रंजीत वर्मा, दीपक वर्मा, अमन, केशव, प्रेम सिंह, वीर सिंह, बृजेंद्र, देवी प्रसाद, सुशील कुमार सहित कई ई-रिक्शा चालक मौजूद रहे।
(अनिल कुमार ओझा ब्यूरो प्रमुख
उरई-जालौन) उत्तर प्रदेश