
कृषि और पशुपालन के अलावा अन्य उद्योगों में भी दलित आदिवासी युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करें सरकार
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दलित आदिवासी और पिछड़े वर्ग के युवाओं से को उद्योगपति बनाना ही डॉक्टर अंबेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी
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डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर औद्योगिक क्लस्टर को नीतिगत सहमति दे भाजपा सरकार:
डॉ विक्रम चौधरी
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और दलित नेता ने अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर जारी की अपने बयान में कहा है कि भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर जी के संविधान में आर्थिक सामाजिक समानता के साथ कमजोर वर्गों दलित आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए सरकार की ऐसी नीतियां होना चाहिए जिससे ये वर्ग मुख्य धारा में जुड़ सके। लेकिन भाजपा सरकार में जानबूझकर ऐसी ऐसी नीतियों का निर्माण नहीं किया जाता जिससे समानता और विकास के अवसर मिल सके। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण अजा/जजा वर्गों के लिए इंदौर भोपाल के बीच प्रस्तावित डॉ बीआर अंबेडकर एमएसएमई मल्टी प्रोडक्ट क्लस्टर औद्योगिक क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। जिसे सरकार भाजपा के ही दलित नेताओं की अनुशंसा के बाद भी नीतिगत सहमति नहीं दे रही है। उल्लेखनीय है कि इस तरह के विशेषीकृत समर्पित औद्योगिक क्लस्टर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग से आने वाली उभरते और जुझारू उद्यमिता के लिए आधार बन सकते हैं। सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर समेत के नाम पर अरब रुपए खर्च कर देती है जबकि दूसरी ओर महज कुछ करोड़ रुपए में बाबा साहेब के नाम से स्थापित होने वाले औद्योगिक क्षेत्र को रोकने का कुत्सित प्रयास करती है। भाजपा बाबा साहेब के नाम पर पशुपालन, गौ संवर्धन जैसी हास्यास्पद योजनाएं लागू करती है जबकि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के अर्थशास्त्र में सदैव दलितों को कृषि क्षेत्र, पशुपालन से ऊपर उठकर सर्विस सेक्टर, बैंकिंग और उत्पादन के क्षेत्र में स्थापित करने की चेष्टा की गई है। भाजपा सरकार में नंबर दो की भूमिका में दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा औद्योगिक क्लस्टर में दलितों को सुनिश्चित भागीदारी देने की अनुशंसा के बाद भी भाजपा सरकार के द्वारा निर्णय नहीं लिया जाता है जिससे यह ज्ञात होता है मोहन सरकार में दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व मात्र औपचारिकता के लिए है, भाजपा का दलित नेतृत्व सिर्फ शोभा की सुपारी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के द्वारा ही 2025 को औद्योगिक वर्ष घोषित किया गया है, लेकिन औद्योगिक क्षेत्र में दलित आदिवासी और पिछड़ा वर्ग की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए कोई प्रावधान की घोषणा तक नहीं की गई है।
डॉ विक्रम चौधरी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा डॉ भीमराव अंबेडकर का भगवाकरण करने पर आमादा है यदि भाजपा बाबा साहब की 22 प्रतिज्ञाओं को पढ़ लेंगे तो उनकी हिंदुत्व की राजनीति का भूत हमेशा के लिए उतर जाएगा।
कांग्रेस ने कहा कि यदि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कोई अर्थ निकलेगा तो वह सभी वर्गों और समुदायों की भागीदारी पर ही सार्थकता पाएगा। इतनी बड़ी घोषणाएं और निवेश में मध्य प्रदेश का दलित और आदिवासी युवा अपना हिस्सा नहीं का पाता तो भाजपा का अंबेडकर प्रेम सिर्फ दिखावा होगा। डॉ विक्रम चौधरी ने मांग की है कि डॉक्टर अंबेडकर क्लस्टर योजना को मोहन यादव की सरकार जमीन पर उतारे तो यह अंबेडकर के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
आदरणीय संपादक महोदय
सादर प्रकाशनाथ
डॉ विक्रम चौधरी, सचिव मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भोपाल