
नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज
ब्यूरो हजारीबाग।
घटना के समय गस्ती दल मे शामिल पुलिस कहाँ थी – गौतम
मै पेट्रोल पंप के मालिक से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपया मुवावजा देने का मांग करता हुँ ताकि उनके परिवार को सहायता मिल सके-गोतम
हजारीबाग : इचाक मोड़ एन एच 33 सडक मे हमेशा एक पुलिस का गस्तीदल मजूद रहता है. लेकिन घटना होने के बाद गस्तीदल कहाँ था. अगर स्थानीय पुलिस शंकर रविदास को गोली लगने के बाद चाहती तो तुरंत अस्पताल मे भर्ती करवाकर जान बचाया जा सकता था । लेकिन ऐसा नहीं होकर पेट्रोल पंप का एक कर्मी ही आरोग्यम अस्पताल लेकर आया, जहाँ मृत घोषित कर दिया। आज कल पुलिस मुख्य सड़क में उगाही से फुरसत नहीं । तभी आये दिन इस तरह का घटना देखने को मिल रहा है । सिझुआ स्कूल के इर्द गिर्द हमेशा ड्रक्स का अड्डेबाजी चलते रहता है । शायद पुलिस ड्रग्स कारोबारिओं और सेवकों पर नियंत्रण करती तो आज इतना बड़ा घटना नहीं घटती ।