
नशे और लत का शिकार बना कर लोगों को बीमार करने और कई बार जानलेवा रोगो से ग्रस्त कर वसूल रहें टैक्स
कहते हैं कि जीवन अनमोल हैं लेकिन इस अनमोल जीवन को नष्ठ करने का काम हम स्वंम तो कर ही रहें हैं साथ ही हमारे कुछ फिल्मी स्टार भी हमारा जीवन नष्ठ करने में सहायक बने हुए हैं!गुटखा तंबाकू खाने की लत एक दिन कैंसर के रूप में खुद को और पूरे परिवार को रुलाती हैं इससे परिवार के परिवार तबाह भी हो जाते हैं!हमारे देश में इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी कि जहां गुटखा तंबाकू के सेवन से गंभीर रोग होने की जानकारी देने और इस खतरनाक पदार्थ का सेवन छोड़ने का संदेश देने वाले विज्ञापनों के जरिए आम लोगों को सचेत और जागरूक किया जाता है!वहीं रोजमर्रा की जिंदगी में स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होने वाली चीजों की सरेआम बिक्री चलती रहती है!और कुछ फिल्मी स्टार इसका बढ़चढ़ कर प्रचार भी करते हैं!गुटखा बेचना कोई अमृत बेचना नहीं है इस पर स्थायी तौर पर पाबंदी क्यों नहीं लगाई जाती?वैसे भी सरकार ओर चीजों से टैक्स वसूली कर सकती हैं जिससे भरपाई पूरी की जा सकती हैं!लेकिन सरकार अगर यह मानती है कि गुटखा या तंबाकू उत्पादों से लोगों की सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचता है तो इसके उत्पादन और बिक्री को लेकर कोई ठोस नियमन क्यों नहीं है! यह विरोधाभास ही है कि एक ओर देश भर में लोगों की सेहत को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार की ओर से सख्त नियम-कायदे लागू किए जाते हैं और उन पर अमल सुनिश्चित कराया जाता है! दूसरी ओर रोजमर्रा की जिंदगी में स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित होने वाली चीजों की बिक्री को लेकर लापरवाही का आलम कायम रहता है!लेकिन यह भी किसी से छिपा नहीं है कि गुटखा या तंबाकू आधारित उत्पादों की वजह से कैंसर या अन्य कई गंभीर रोग आज जनस्वास्थ्य के लिए एक बड़ी समस्या और चुनौती के रूप में सामने है!तो दूसरी तरफ इससे दूर रहने के लिए विज्ञापनों के जरिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है! लेकिन नशे और लत का शिकार बना कर लोगों को बीमार करने और कई बार जानलेवा रोग से ग्रस्त कर देने वाले गुटका या तंबाकू आधारित उत्पादों की बिक्री को लेकर सरकारें सिर्फ इसलिए नरम रहती हैं कि इनकी बिक्री से उन्हें भारी पैमाने पर राजस्व हासिल होता है!सवाल है कि केवल सरकारी राजस्व में बढ़ोतरी के लिए व्यापक पैमाने पर आम लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जाना कितना उचित है!स्वास्थ्य अमूल्य है और आपको अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य के प्रति आंखें नहीं मूंदनी चाहिए।
रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़