गुना: रविवार को मध्यप्रदेश के बमोरी क्षेत्र के ग्राम डोंगरी में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन एलसीडी स्क्रीन के माध्यम से सम्पन्न हुआ, जिसमें क्षेत्रवासियों ने भारी संख्या में भाग लिया।सत्संग में सैकड़ों श्रद्धालु एकत्रित हुए और संत रामपाल जी महाराज के अमृतमय वचनों को श्रवण किया। सत्संग के दौरान “ओम्” नाम का वास्तविक अर्थ समझाया गया। संत रामपाल जी महाराज ने श्री देवी महापुराण का हवाला देते हुए बताया कि “ओम्” नाम का जाप करने से साधक को ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है, जो कि एक नाशवान लोक है।इसके साथ ही गीता जी के अध्याय 8, श्लोक 16 का संदर्भ देते हुए बताया गया कि ब्रह्मलोक में जाकर भी जीव पुनः जन्म-मरण के चक्र में फँसता है। पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति के लिए गीता जी के अध्याय 15, श्लोक 4 में तत्वदर्शी संत की शरण में जाने और शास्त्रानुकूल साधना करने की सलाह दी गई है।
संत जी ने नशा, पाखंड, दहेज, भ्रूण हत्या और मांसाहार जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहने का संदेश दिया। उनके अनुयायी नशामुक्त, शांतिपूर्ण और सादा जीवन जीते हैं। यह सत्संग समाज में अध्यात्म के साथ-साथ नैतिकता और मानवीय मूल्यों की पुनःस्थापना की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम रहा।कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। दूर-दराज़ से आए श्रद्धालुओं के लिए चाय-बिस्किट आदि की सेवा भी व्यवस्था समिति द्वारा की गई।
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट
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