सामाजिक आजादी के बिना लोकतंत्र अधूरा
बाबासाहेब आंबेडकर के बहुआयामी व्यक्तित्व के सभी पहलुओं पर विद्वान् वक्ताओं ने आज आयोजित विचार गोष्ठी में अपने-अपने विचार व्यक्त किए। डीवी कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. आदित्य सक्सेना के ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर सामाजिक आज़ादी के जोरदार पैरोकार थे जिसको संभव बनाए बिना लोकतंत्र की सफलता की आशा करना प्रवंचना है तो हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ राम प्रताप ने कहा शिक्षित बनो के नारे से बाबा साहब का आशय युवकों के लिए नौकरी का मार्ग तैयार करना नहीं था उनका उद्देश्य था शिक्षा के माध्यम से नयी पीढ़ी को चरित्र निर्माण के लिए प्रेरित करना और विचारशील बनाना था | जन्न संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में रघुवीर धाम सभागार, उरई में बाबा साहब आंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अत्यंत विचारोत्तेजक गोष्ठी का आयोजन किया गया। तीन घण्टे चली गोष्ठी में उपस्थित लोगों ने अंत तक वक्ताओं के विचारों को उत्सुकता पूर्वक सुना। गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत राज अधिकारी कृपाराम बाल्मीकि ने किया जबकि जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक गिरेन्द्र सिंह जी ने संचालन किया । इस अवसर पर अम्बेडकरवादी चिन्तक बाबू रामाधीन ने कहा कि पूना पैक्ट इस बात का उदाहरण है कि बाबा साहेब आंबेडकर की राष्ट्रीय एकता में कितने उच्च स्तर की प्रतिबद्धता थी उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने संविधान निर्माण के समय ही यह विचार व्यक्त किये थे कि चुनी हुई संस्थाओं में एक भी चरित्र से गिरा व्यक्ति नहीं पहुंचना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से उनकी इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे इन संस्थाओं का स्वरुप पतित हुआ है । पूर्व कस्टम कमिश्नर शंभुदयाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने आरक्षण की व्यवस्था कर देश का बहुत भला किया अन्यथा आजादी की लड़ाई के बाद स्वाधीन भारत में दमित जनता द्वारा अधिकारों की एक बड़ी लड़ाई का सूत्रपात किया जा सकता था। गोष्ठी में वयोवृद्ध चिंतक रामकृष्ण शुक्ला जनता दल यू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भइया जी, अयूब अंसारी, पूर्व विधायक संतराम कुशवाहा, पूर्व ब्लाक प्रमुख डकोर राखी राजपूत, सेवा निवृत्त खंड विकास अधिकारी लखन लाल अहिरवार, वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा, केपी सिंह, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन, कार्यक्रम संयोजक अशोक गुप्ता महाबली, डा. श्रृद्धा चौरसिया, शासकीय अधिवक्ता प्रमोद वर्मा,अनुराधा कठेरिया, रामभरोसे कुशवाहा, कामरेड देवेन्द्र शुक्ला आदि ने भी विचार प्रकट किये। कार्यक्रम में पूर्व विधायक कप्तान सिंह राजपूत, काग्रेंस के पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर चैधरी, राजीव नारायण मिश्रा, कमल दोहरे, दुली चन्द्र विश्वकर्मा, महेश विश्वकर्मा, पूर्व ब्लाक प्रमुख अशोक द्विवेदी, आत्माराम फौजी आदि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गये निर्दोष पर्यटकों को दो मिनट का सामूहिक मौन धारण करके श्रृद्धांजलि अर्पित की गई।
(अनिल कुमार ओझा ब्यूरो प्रमुख उरई-जालौन) उत्तर प्रदेश