
हजारीबाग: भारत द्वारा हाल ही में सीमापार आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह ने सरकार के निर्णय को पूरी तरह उचित, मर्यादित और राष्ट्रहित में उठाया गया साहसी कदम बताया है। उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुता पर हमले का जो माक़ूल उत्तर दिया गया है, वह न केवल भारत की रणनीतिक परिपक्वता को दर्शाता है, बल्कि आतंकवाद के प्रति भारत की शून्य सहनशीलता की नीति को भी स्पष्ट करता है। मुन्ना ने अपने वक्तव्य में कहा, यह जवाब किसी आक्रोश या उकसावे की भावना से नहीं, बल्कि ठोस खुफिया इनपुट, सुरक्षा सिद्धांतों और देशहित को सर्वोपरि रखते हुए दिया गया है। हमारी सेनाओं ने आतंकियों के ठिकानों और उनके लॉजिस्टिक नेटवर्क को लक्षित कर एक संतुलित, निर्णायक और सीमित अभियान चलाया। कांग्रेस नेता ने विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए इसे भारत की सैन्य और खुफिया क्षमताओं का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन न केवल आतंक के विरुद्ध कार्रवाई है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अब हर हमले का उत्तर देगा — दृढ़ता से और मर्यादा के साथ। भारतीय सेना के साहस और अनुशासन की सराहना करते हुए मुन्ना सिंह ने कहा, हमारी सेनाएँ सिर्फ बंदूक नहीं चलातीं, वे भारत की अस्मिता, अखंडता और आत्मा की रक्षा करती हैं। मैं इन वीर सैनिकों को कोटिशः नमन करता हूँ, जिन्होंने फिर एक बार राष्ट्र को गौरव प्रदान किया है।उन्होंने आगे कहा कि भारत सदैव शांति का पक्षधर रहा है, किंतु शांति की कीमत पर कायरता कभी स्वीकार नहीं की जा सकती। आज का भारत नये आत्मविश्वास, रणनीतिक स्पष्टता और वैश्विक ज़िम्मेदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। अंत में, कांग्रेस नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की कि वह आतंक के विरुद्ध भारत की इस निर्णायक और मर्यादित पहल को वैश्विक शांति और मानवता के हित में आवश्यक कदम के रूप में देखे और भारत के साथ खड़ा हो।