अकरम खान पटेल की रिपोर्ट।
आमला। क्षेत्र के ग्रामीणों ने आवरिया से ठानी होकर बेलोड़ तक लगभग 3 से 4 किलोमीटर की नई सड़क निर्माण की मांग तेज कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह सड़क बन जाती है तो आमला से सारणी की दूरी करीब 20 किलोमीटर कम हो जाएगी।
वर्तमान में आवरिया, ठानी, खटगढ़ और आसपास के अन्य गांवों के ग्रामीणों को सारणी जाने के लिए बोरी होकर लगभग 40 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। बोरी मार्ग में 3 से 4 किलोमीटर का खतरनाक घाट आता है, जहां दोनों तरफ गहरी खाइयों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसी कारण बस व भारी वाहनों की आवाजाही भी इस मार्ग पर लगभग बंद है।
ग्रामीणों का कहना है कि ठानी से बेलोड़ की असली दूरी मुश्किल से 3 से 4 किलोमीटर है, लेकिन सड़क न होने से लोगों को मजबूरी में 35–40 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। यदि नया मार्ग बन जाता है तो न केवल समय और दूरी बचेगी, बल्कि खतरनाक घाट से भी छुटकारा मिलेगा और बस सेवा भी सुचारू रूप से शुरू हो सकेगी।
स्थानीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री डी.डी. ऊईके, विधायक योगेश पंडाग्रे, कलेक्टर बैतूल और एसडीएम आमला से इस मार्ग का वन विभाग, राजस्व विभाग और अन्य विभागों के माध्यम से सर्वे कराकर शीघ्र सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि सड़क निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू नहीं की गई तो आमला शहर सहित आवरिया, ठानी, बोचनबाड़ी, खटगढ़, बड़ी खिड़की, छोटी खिड़की और आसपास के सभी गांवों की जनता बड़े स्तर पर प्रदर्शन, चक्काजाम, उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल जैसे कार्यक्रम करने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति बनने पर इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
आज एसडीएम साहब ने डिप्टी रेंजर से पुरानी सर्वे की फाइल को अगली जनसुनवाई में लाने का आदेश दिया है।