
अमृतसर से सुनील कुमार की रिपोर्ट
लोकेशन जालंधर पंजाब जय वाल्मीकि जी, जय प्रभु रत्नाकर जी भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज (रजि.) भारत भावाआधस के राष्ट्रीय संयुक्त मुख्य संचालक वीरोतम रतन हंस जी ने संस्था के उत्थान के लिऐ संस्था के सभी कार्यकर्ताओं से सम्पर्क साधना किया शुरू सब से पहले शुरुआत उन्हे ने वाल्मीकि धर्म समाज के संस्थापक प्रथम आदि धर्म गुरू परम पूज्य प्रभु रत्नाकर जी महाराज की जन्म भूमि जालंधर से धर्म समझ के सच्चे सिपाही पुरुषार्थी रवि जलंधरी जी से की आप को बता दे की रवि जलंधरी जी ने भावाआधस एवम प्रभु रत्नाकर जी के मिशन के लिए दिन रात मेहनत की है ,उन्होने अपनी मेहनत और अपने निजी खर्च पर प्रभु रत्नाकर जी के माध्यम से भगवान वाल्मीकि जी के नए से नए चित्र प्रकाशित कर भगवान वाल्मीकि जी के शुद्ध इतिहास का प्रचार किया l संगठन प्रति उनकी सच्ची मेहनत और लगन को देखते हुए प्रभु रत्नाकर जी ने उन्हें पुरुषार्थी तखल्श (उप नाम) सप्रेम भेंट प्रदान किया। इस अवसर पर रत्न हंस जी ने कहा की अच्छे एवं लगन शील कार्यकर्ताओं के मान सम्मान एवम कार्यों को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जाएगा l सभी कार्यकर्ताओं को उनका बनता मान सम्मान समय समय सिर दिया जाएगा और उनके अच्छे कार्यों की हमेशा प्रशंसा की जाएगी । जल्द पंजाब,हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, के साथियो से सम्पर्क कर संस्था के कार्यों को परगती दी जाएगी।
इस सफर में पुरे भारत के सभी साथी उनका साथ देकर उनका मनोबल बढ़ाएंगे। इस अवसर पर वीर वरियम सिंह (पंजाब प्रभारी), वीर सुनील मट्टू (जिला प्रधान अमृतसर),वीर मुकेश गिल (जिला सदस्य अमृतसर ) आदि मौजूद रहे ।