टेस्टिंग से कोरोना पर कंट्रोल की तैयारी:महाराष्ट्र में अब 500 रुपए में RT-PCR टेस्टिंग, 150 रु. में होगा एंटीजन टेस्ट; जालना में हर 15 दिन में होगी मजदूरों की जांच
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच भीड़ की यह डराने वाली तस्वीर मुंबई के CSMT स्टेशन की है।
कोरोना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने RT-PCR टेस्टिंग की कीमत बुधवार को 1000 से घटा कर 500 रुपए कर दी। महामारी की शुरुआत में RT-PCR जांच की कीमत 4500 रुपए थी, लेकिन राज्य सरकार ने समय-समय पर जांच की दरों को बदलाव किया। वहीं, जालना में काम करने वाले मजदूरों की हर 15 दिन पर कोरोना की जांच करवाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि टेस्ट की कीमत में कमी की गई है। अब नई दरें 500 रुपए, 600 रुपए एवं 800 रुपए निर्धारित की गई हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र पर जाकर सैंपल देने पर टेस्ट के लिए 500 रुपए लिए जाएंगे, जबकि कोविड देखभाल केंद्र अथवा क्वारैंटाइन सेंटर से सैंपल कलेक्ट करने पर 600 और घर से सैंपल लेने पर 800 रुपए देने होंगे। इसी प्रकार एंटी बॉडीज टेस्ट कराने पर 250, 300 और 400 रुपए देने होंगे।
यह तस्वीर मुंबई के सेशन कोर्ट के बाहर की है। यहां के कर्मचारी टेस्टिंग के लिए लाइन में लगे हुए हैं।
जालना में हर 15 दिन में होगी मजदूरों की टेस्टिंग
जालना में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिलाधिकारी ने यहां काम करने वाले मजदूरों की हर 15 दिन पर कोरोना जांच करवाने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी रविंद्र बिनवड़े ने व्यापारी संगठनों के साथ हुई बैठक के बाद इसकी जानकारी दी। जालना में भारी मात्रा में औद्योगिक इकाइयां होने की वजह से हजारों की तादाद में मजदूर यहां काम करते हैं। टेस्टिंग के खर्च फिलहाल व्यापारियों को ही उठाना पड़ेगा और जो असंगठित रूप से काम कर रहे हैं वे सरकारी टेस्टिंग सेंटर में फ्री में जांच करवा सकते हैं।
28 लाख से ज्यादा लोग महाराष्ट्र में संक्रमित हुए
यहां बुधवार को 39,544 नए मरीज मिले। इससे पहले 2 दिन से लगातार नए केस घट रहे थे। मंगलवार को 27,918, सोमवार को 31,643 और रविवार को 40,414 लोग पॉजिटिव मिले थे। राज्य में अब तक 28.12 लाख लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 24 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं, जबकि 54,649 की मौत हुई है। यहां फिलहाल 3.56 लाख लोगों का इलाज चल रहा है।
लॉकडाउन का जल्द हो सकता है ऐलान
लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते सूबे में लॉकडाउन लगने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, उद्धव सरकार की तरफ से अब तक कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। महाराष्ट्र सरकार ने इतना जरूर कहा है कि लोग अगर कोविड नियमों का सही से पालन नहीं करते हैं और मामले कम नहीं होते हैं तो जल्द ही बड़ा फैसला लिया जा सकता है। मुंबई के लिए आने वाले 10 दिन बेहद ही अहम हैं। क्योंकि BMC कमिश्नर ने साफ किया है कि अगर हालत नहीं सुधरते हैं तो आगे की रणनीति पर काम शुरू होगा।
मुंबई में दूसरी लहर में 81% असिम्प्टोमेटिक
10 फरवरी से मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। इसके बाद से शहर में तकरीबन 90 हजार से ज्यादा मरीज पॉजिटिव हुए हैं, अच्छी बात यह है कि इसमें से 74 हजार यानी 81% असिम्प्टोमेटिक हैं यानी इनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं है। शेष बचे मरीजों में से केवल 50% को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। एक और राहत वाली बात यह है कि दूसरी लहर में मिले 90 हजार मरीजों में से केवल 271 यानी 0.2% की मौत हुई है।
पॉजिटिविटी रेट में उछाल
महाराष्ट्र में फरवरी महीने में 16,28,389 टेस्ट किए गए और उसमें 7.78% लोग पॉजिटिव पाए गए। जबकि मार्च महीने 32,78,707 टेस्ट हुए और पॉजिटिव आने वालों की संख्या 18.66% तक पहुंच गई। आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि टेस्टिंग डबल होते ही पॉजिटिविटी रेट में भी भारी उछाल आया है। मुंबई में फरवरी महीने 3.36% पॉजिटिविटी रेट था, जो मार्च में 11% तक पहुंच गया है।
इस महीने 28.31% मरीज बढ़े
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों का आकलन करें तो 1 से 28 फरवरी के बीच कोरोना के मामले 7.78% के इजाफे के साथ कुल 1,26,723 कोरोना संक्रमित मिले थे। जबकि 1 से 30 मार्च के बीच कोरोना के मामलों में 28.31% का इजाफा हुआ और 6,11,969 नए मरीज मिले हैं। मुंबई की बात करें तो 1 से 28 फरवरी के बीच कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में 5.47% का इजाफा हुआ और 16,618 नए केसेस मिले। जबकि मार्च की शुरुआत से अंत तक 82,550 नए मामले आए और मामलों में 25.26% की वृद्धि हुई है।
Bureau Chief
साकिब हुसैन
INDIAN TV NEWS
मुंबई
www.indiantvnews.in
