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पिनौरा में दिनदहाड़े दसों लाख की चोरी, पुलिस ने दबाव बनाकर 98 हजार का मामला दर्ज कर झाड़ा पल्ला

*पिनौरा में दिनदहाड़े दसों लाख की चोरी, पुलिस ने दबाव बनाकर 98 हजार का मामला दर्ज कर झाड़ा पल्ला।*

*रिपोर्टर विजय कुमार यादव*

*नौरोजाबाद थानांतर्गत पुलिस व्यवस्था लचर हो चली है, 2 महीनों के अंदर नौरोजाबाद थानांतर्गत में करोड़ों की चोरी की वारदात हुई है, जिसमे नौरोजाबाद पुलिस के हाथ खाली हैं।*

शुक्रवार 10 मई को पिनौरा में दिनदहाड़े चोरों ने घर के सामने गेट का ताला तोड़कर दिलेरी से चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है। पीड़ित नारायण दास बर्मन ने बताया इस चोरी को दिन के 11:30 से 1:30 के बीच अंजाम दिया गया। जब रोज की तरह मैं खेत के लिए चला गया और मेरी पत्नी सकुन बर्मन घर से आंगनवाड़ी के लिए निकल गईं।
*शातिर चोर पिनौरा आसपास का हो सकता है बासिंदा*
यह चोरी जिस अंदाज में हुई है उससे साफ जाहिर है, चोर आसपास का ही है या फिर आसपास के लोगों की मदद से चोरी के पहले ही सारी जानकारी चोर तक पहुंचाई गई है। चोर को पता था कि घर से लोग कितने बजे बाहर जाते हैं और लौटने में उन्हें कितनी देर लगती है। इसी सबको ध्यान में रखते हुए इस बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया।
जिसमे चोर ने घर के लोगों के बाहर निकलते ही पहले सामने गेट का ताला तोड़ा फिर अंदर से दरवाजा बंद करके दो कमरों में रखी अलमारी ,बैग, पेटी सहित घर में रखे एक एक सामान को तहसनहस कर घर में रखे बहु ,बेटी और पत्नी के गहने समेत नगदी 10 हजार कुल कीमत लगभग 8-10 लाख कीमत का सामान दिनदहाड़े चोरी हुआ।
पुलिस ने मनमानी रिपोर्ट की दर्ज, नुकसान का 10 पर्सेंट ही किया दर्ज
इस मामले में पुलिस का काम सवालिया निशान खड़े करता नजर आ रहा है। आखिर ऑलिस
जहां पीड़ितों ने अनुमानित चोरी 10 लाख के लगभग की लिस्ट बताई तो वही पुलिस ने दबाव बनाते हुए FIR कॉपी में 98 हजार की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर पीड़ितों के हस्ताक्षर ले लिए।
और बिलों की मांग की गई।
जबकि पीड़ितों का कहना है की सोने चांदी के कुछ आभूषण कई साल पुराने भी थे जिस समय बिलों की जानकारी नहीं होती थी। वही कुछ नए आभूषणों के बिल सामान के साथ ही चोर ले गए।
अब पुलिस ने मनमानी करते हुए 10 लाख की चोरी को 98 हजार के अंदर फिक्स कर दिया जिससे पीड़ित परिवार असंतुष्ट और दोनो तरफ से ठगा महसूस कर रहा है। आखिर चोर और पुलिस के बीच कोन सा सगा रिश्ता आड़े आ रहा है, जिसकी वजह से पुलिस को सही से एफआईआर लिखने में भी पसीने छूट रहे हैं।
हालांकि अब असंतुष्ट परिवार कमिश्नर कार्यालय में शिकायती आवेदन देने की तैयारी में है और पुलिस से असंतुष्टि की शिकायत की बात भी कही है।
2 महीनों में लगातार क्षेत्र में बढा चोरी तस्करी का ग्राफ
आपको बताते चलें कि पिछले कुछ महीनों में नौरोजाबाद थानांतर्गत अपराध का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ा है और नौरोजाबाद ,विंध्या, नौरोजाबाद स्टेशन और पिनौरा सहित अन्य क्षेत्रों में भी बड़ी चोरी की वारदात को चोरों ने अंजाम दिया । जिसमे करोड़ों के लगभग का मशरूका चोर ले उड़े। पर पुलिस के हाथ आज भी खाली के खाली हैं। उपर से पुलिस के पास रिपोर्ट लिखाने पर पीड़ितों को निराशा हाथ आ रही है। क्योंकि नई पदस्थापना के बाद से नौरोजाबाद थाने में सिर्फ कॉम्प्रोमाइज करना पड़ रहा है।
*पिछले कार्यकाल में अपराधी पुलिस से कांपते थे*
पिछले थाना प्रभारी के कार्यकाल में अपराध ग्राफ बहुत कम था लोग बेझिझक अपनी समस्या लेकर थानाप्रभारी से मिलते थे । चोर और अपराधी तत्व डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह के नाम से कांपते थे। एसडीओपी डॉ. जितेंद्र सिंह जाट के नेतृत्व में थानों में पीड़ित आदमी को कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं करना पड़ा। पर अब समय बदल गया है।

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