
गोपनाथ आश्रम विद्या मंदिर देगा फीस वापसी की गारंटी वाली शिक्षा
सरायपाली // नारायण सान :
विगत बारह वर्षों से हरिओम शिक्षण सेवा समिति द्वारा संचालित गोपनाथ आश्रम विद्या मंदिर हा.से.स्कूल जोगनीपाली (सरायपाली) का संचालन अब 2024 से नया सत्र,नए संचालक,नए स्वरूप के साथ शुभारंभ होने जा रहा है।हिन्दी माध्यम में नर्सरी से 12 वीं तक तथा अंग्रेजी माध्यम में नर्सरी से 10वीं तक संचालित इस विद्यालय का संचालन अब जे.जे.नायक के नाम से मशहूर शिक्षक, वंदे मातरम् सेवा संस्थान छ.ग के उपाध्यक्ष, समाज सेवी,शिक्षक जन्मजय नायक एवं डी.सी.नायक के नाम से मशहूर शिक्षक दुर्गा चरण नायक द्वय द्वारा होने जा रहा है।
गौरतलब हो कि संचालक द्वय को विगत 23-24 वर्षों से छत्तीसगढ़ एवं उडीसा के 10-11 शासकीय एवं निजी उच्च शैक्षणिक विविध विद्यालयों/संस्थानों में प्राचार्य एवं शिक्षकीय पद पर कार्य करने का दीर्घकालीन अनुभव है।इनके इस अनुभव एवं संचालन का लाभ इस अंचल के विद्यार्थियों को भरपूर मिलेगा।
विद्यालय के नए संचालको ने बताया कि उनके द्वारा समाज सेवा का कार्य छोटे-छोटे स्तर पर निरंतर जारी रहा लेकिन अब इस दायरे को व्यापक करने के लिए उन्होंने विद्या दान को पुनीत और सर्वश्रेष्ठ दानों में से एक मानते हुए इसी तारतम्य में बहुत ही कम शुल्क में बच्चों को संस्कार पूर्ण,सर्वांगीण विकास की बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु विद्यालय संचालन का रास्ता अपनाया है। अपने शिक्षा के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने विस्तार से बताया कि-आज जहाँ पाश्चात्य संस्कृति, उपभोक्तावाद,मौज-मस्ती आदि मूल्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं उनकी शिक्षा संस्कृति,संस्कार, सेवा,समर्पण,त्याग,सत्य,संयम,सादा जीवन उच्च विचार को प्रसारित करेगी।छात्रों में चरित्र निर्माण,नैतिक विकास तथा अच्छी शिक्षा द्वारा छात्रों को सत्यम्,शिवम्,सुन्दरम् का साक्षात्कार कराएगी।
बच्चों के अंदर नैतिक गुणों का विकास कर उनके अंदर वे सब गुण अथवा संस्कार डालेंगे जो उनके रहन-सहन,उनके भविष्य एवं समाज के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होंगी।नायक द्वय ने आगे कहा कि उनकी शिक्षा धर्म, चरित्र,अनुशासन,सादा रहन-सहन,उच्च विचार, देशभक्ति, सच्चाई, ईमानदारी, कर्मठता और स्वावलंबन बनाने के साथ-साथ उन्हें प्रेम,दया, करूणा,हिंसा न करना,झूठ न बोलना,माता-पिता की सेवा करना,बड़ों का सम्मान करना,सभी से प्रेम करना,लोगों की सहायता करना जैसे उच्च मानवीय मूल्यों की प्रेरणा देकर उनके व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करेंगी। उपर्युक्त शिक्षा से छात्रों के अंदर नवचेतना का संचार करेंगे और इस शिक्षा के जरिए उन्हें जीवन के उच्च आदर्शों की प्रेरणा मिलेगी और उत्तम नागरिक बनने की राह में कदम रखेंगे।
संचालकों ने एक विशेष बात पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि-वे विद्यालय के कुशल संचालन के लिए अथक परिश्रम करेंगे,उनके विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों में यदि बेहतर बदलाव नहीं पाते हैं,उनकी पढ़ाई-लिखाई नैतिकता,संस्कार से संतुष्ट नहीं होते हैं तो फीस वापसी की वे गारंटी देते हैं। इसके लिए बाकायदा उन्होंने विद्यालय की सम्पूर्ण जानकारी वाली पत्रक के साथ गारंटी कार्ड को भी इसमें सम्मिलित किया है।इस गारंटी कार्ड के साथ नए संचालकों एवं उनकी उर्जावान शिक्षक-शिक्षिकाओं की टीम इन दिनों विश्वास और भरोसा आपका-जिम्मेदारी और गारंटी हमारी।घर-घर शिक्षा-हर घर शिक्षा।घर-घर चले हम-हर घर चले हम के उद्घोष के साथ गाँव-गाँव में विद्यालय के संदेश को पहुँचा कर,पढ़ने वाले बच्चों के पालकों,अभिभावकों को गोपनाथ विद्यालय में प्रवेश हेतु अनुरोध कर रहे हैं।ज्ञात हो कि पूर्व में इस विद्यालय का संचालन गोपनाथ गुरूजी द्वारा किया जा रहा था।