
हजारीबाग संवाददाता
हजारीबाग वृक्ष भी एक शरीरधारी महाज्ञानी तपस्वी महात्मा परम ज्ञानी होते है। बृक्षो में बरगद ,पीपल , नीम,अशोक ,कदम,सनी ,परिजात , बेल वृक्ष,आम अकवन इत्यादि दिव्य वृक्ष हैं।उसमे बरगद बहुत ही दिव्य है।आपको पता हो कि अगर आप किसी पेड़ से प्रेम करते हैं।उससे जीवन में अच्छे बुरे समय में ओ जैसा मदद करेगा वैसा कोई नही करेगा।जिस पेड़ को आप पूज्य मानते हैं वह गुरु,पिता,माता,देवता,शुभ चिंतक बनकर आपका हरदम सहयोग करेगा।आपको समय समय पर उससे आत्म वार्ता लाप करते रहना पड़ता है। एक कैंसर पीड़ित जो टाटीझरिया प्रखंड भराजों के प्रजापति हैं तीन महीना चार बजे सुबह परिक्रमा कराया उतने दिन में वह निरोग हो गया।हमारे गांव दारु थाना जरगा का तिलेश्वर यादव पिता श्री नुनु यादव एक किडनी फेल के पश्चात निकलवाने वाला था ।अपने गांव में कर्बला है जहां विशाल बरगद का पेड़ वह भी हमारा गुरु भगवान हैं तीन महीना पेड़ का परिक्रमा कराया आज वह निरोग हो चुका है।तो किसी पेड़ को पूजा करें ।ब्रह्ममुहूरत या शाम के समय ।लाभ स्पष्ट दिखेगा।