
ज़िलाधिकारी मनीष बंसल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत जिला स्तरीय समिति की समीक्षा बैठक आहूत की गयी। मनीष बंसल ने बताया कि भारत सारकार द्वारा ‘‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’’ का उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों व कारीगरों को सहायता प्रदान कर उनके व्यवसाय में बढोतरी कराना है। इस योजनान्तर्गत 18 पारंपरिक व्यवसायों को सम्मिलित किया गया है, जिसमे बढई, नौका बनाने वाले, शस्त्र बनाने वाले, लौहार, टूलकिट मेकर, ताला मेकर, मूर्तिकार, सुनार, कुम्हार, मोची, राज मिस्त्री, टोकरी बुनकर, खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, फिसींग नेट मेकर को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि योजना का उद््देश्य कौशल का सम्मान करने के साथ कारीगरों एवं शिल्पकारों को कौशल व वित्तीय रूप से मजबूत करना है। इसमें प्रशिक्षण पूर्ण होने पर टूलकिट खरीदने के लिए 15 हजार रूपये भी प्रदान किये जाएंगे। इसके तहत पात्र लाभार्थियों को स्वरोजगार स्थापन के लिए प्रशिक्षण के साथ ही 3 लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। जिस पर केवल 05 फीसद का ब्याज लगेगा मनीष बंसल ने कहा कि प्राप्त आवेदनों का लेखपालों के माध्यम से सत्यापन कराया जाएगा ताकि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक पारंपरिक कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों को योजना का लाभ दिलाया जा सके। उन्होने कहा कि प्राप्त 14339 आवेदनों के सत्यापन के उपरान्त जिला स्तरीय समिति के माध्यम से राज्य स्तरीय समिति को सूची तैयार कर भेजी जाएगी। इस योजनान्तर्गत चयन के पश्चात अभ्यर्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा प्रशिक्षणोंपरांत अभ्यर्थियों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा का प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भाजपा महेन्द्र सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा बीजेन्द्र कश्यप, सहायक आयुक्त उद्योग डॉ0 बनवारी लाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़