हवा महल विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य पर ई-मित्र केंद्र में हंगामे के गंभीर आरोप, एआईएमआईएम ने उठाए सवाल

जयपुर। (एहसान खान) हवा महल विधानसभा के विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बदनपुर खान स्थित एक ई-मित्र केंद्र पर हंगामा करने के आरोपों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एआईएमआईएम के प्रदेश उपाध्यक्ष, बाबू भाई ‘फ्रिज वाले’, ने इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजस्थान सरकार से अपील की है कि विधायक को अनुशासन में लाने और ई-मित्र केंद्र का लाइसेंस रद्द करवाने के कदम उठाए जाएं। बाबू भाई ने अपने बयान में कहा कि ई-मित्र केंद्र का काम सरकारी सेवाओं का सुचारु रूप से संचालन करना है, जिसमें आधार कार्ड में पता परिवर्तन जैसे कामों को दस्तावेज़ों के आधार पर पूरा किया जाता है। लेकिन, विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य ने केंद्र पर जाकर बेवजह हंगामा किया, जिससे ई-मित्र संचालक और वहाँ उपस्थित लोग परेशान हो गए। बाबू भाई ने विधायक पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ सोशल मीडिया पर खुद को चर्चित करने के लिए इस प्रकार के काम कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र की शांति और सुचारु सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो रही है।

 

गंभीर आरोप और राजनीतिक चर्चा।

 

बाबू भाई ने विधायक पर कई और भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि बाबा बालमुकुंद आचार्य की गतिविधियां अब जनता के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या विधायक अब पुलिस और प्रशासन के काम में भी हस्तक्षेप करने लगे हैं। क्षेत्र के कई लोगों ने भी इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

 

वायरल हुआ वीडियो।

 

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक को ई-मित्र केंद्र पर हंगामा करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो वायरल होते ही लोगों में चर्चा का विषय बन गया, जिससे विधायक की छवि पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बाबू भाई ने यह भी कहा कि विधायक सिर्फ सोशल मीडिया की लाइमलाइट में बने रहने के लिए इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, जो एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के आचरण के खिलाफ है।

 

प्रशासनिक कार्रवाई की मांग।

 

एआईएमआईएम के नेताओं और स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर इस तरह के घटनाक्रम पर रोक नहीं लगाई गई, तो आम जनता का भरोसा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर से उठ जाएगा। वहीं, दूसरी ओर विधायक की ओर से इस मामले पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए राजनीतिक हलकों में इस घटना पर चर्चा जोरों पर है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य पर लगे आरोपों की जांच की जाती है या नहीं। इस पूरे घटनाक्रम ने हवा महल विधानसभा क्षेत्र की राजनीति को गर्मा दिया है।

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