युवा पीढ़ी के नशे की लत के लिए कौन जिम्मेदार..!
नशे की आदत के शिकार युवाओं के मां-बाप सामाजिक बदनामी..
आज की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आती चली जा रही हैं, गलत संगत में पड़कर नशा करने की छोटी-छोटी शुरुआत से ही धीरे-धीरे नशे की आदत उसके शरीर पर गहरी पकड़ बना लेती है!ऐसी अवस्था में नशे की भूख उसके लिए असहनीय हो जाती है, तब नशीले पदार्थों का सेवन करने के लिए अपने अभिभावकों पर पैसा लेने के लिए दबाव डालने लगता है!मना करने पर तरह-तरह की धमकियां देने लगता है! पैसा नहीं मिलने पर चोरी जैसी बुराई को अपना लेने में भी शर्म महसूस नहीं करता है,ऐसी परिस्थिति आने पर नशे की लत पर अंकुश लगाने में अभिभावक भी असमर्थ हो जाते हैं! युवाओं की चिंताजनक स्थिति होने के बाद ही नशे के जाल से निकालने के लिए अभिभावकों की चेतना जागृत होती है,पर शायद तब तक देर हो चुकी होती है,नशे की आदत के शिकार युवाओं के मां-बाप सामाजिक बदनामी से डरकर किसी परामर्श आश्रम में भेज कर उसका इलाज कराने से भी हिचकने लगते हैं!अब सरकारी तंत्र के पुलिस विभाग को युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर लगाम लगाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देना होगा!जिस युवा पीढ़ी के बल पर सरकार देश के विकास की प्रगति के स्वप्न देख रही है,वह युवा नशे के जाल में फंस कर अपना दिमागी संतुलन खोता जा रहा है व अभिभावकों को भी अपने बच्चो पर ध्यान देना होगा कि उनका बच्चा किन से दोस्ती कर रहा हैं। रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़