सोनभद्र में 21वीं पशुगणना का हुआ शुभारम्भ
सोनभद्र समाचार
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
-सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिसर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय कुमार मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर 21वीं पशुगणना वैन को रवाना किया। उन्होंने कहा कि पशुपालन का भारत वर्ष की ग्रामीण अर्थ व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान है। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषक परिवारों के लिए पूरक आय के स्रोत का साधन है। यह भूमिहीन के लिए पूरक आय के के रूप में स्वरोजगार प्रदान करता है। पशुधन दुध, अण्डे और ऊन उत्पादन के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। सीएमओ ने कहा कि वर्तमान की प्राथमिकताओं में पशुधन क्षेत्र को उद्योग के रूप में विकसित करने के लिए लक्षि पशुगणना के द्वारा पशुधन के विभिन्न प्रजातियों के आकड़े सरकार को पशुधन की प्रजातियों के विकास, पशुधन के लिए सुरक्षात्मक टीकाकरण एवं पशुधन के विकास के विभिन्न योजनायें बनाने एवं उनके क्रियान्वयन में आवश्यक डेटावेश उपलब्ध कराता है। वर्ष में पशुगणना कार्य वर्ष 1919 में प्रारम्भ किया गया था। यह हर 05 वर्ष पर नियमित संचालित किया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जनपद में 21 वीं पशुगणना का कार्य 04 में पूर्ण किया जाना है। जनपद में पशुगणना कार्य हेतु कुल 125 गणनाकार लगाये गये है। पशुगणना कार्य की मानीटरिंग हेतु 22 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये है। इनके द्वारा जनप सम्पूर्ण ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पशुगणना कार्य सम्पादित किया जायेगा। इस मौके पर डॉक्टर अशोक कुमार, डॉक्टर रूद्रेश कुमार,आनंद कुमार शर्मा, डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्रा, डॉक्टर अशोक कुमार, डॉक्टर अनुभव सिंह आदि मौजूद रहे।