महाराष्ट्र में अनलॉक के ऐलान के बाद यू-टर्न:मंत्री ने कहा- 5 फेज में राज्य अनलॉक होगा

महाराष्ट्र में अनलॉक के ऐलान के बाद यू-टर्न:मंत्री ने कहा- 5 फेज में राज्य अनलॉक होगा; 4 घंटे बाद सरकार बोली- अभी कोई प्रतिबंध नहीं हटाया गया

मुंबई

महाराष्ट्र में लॉकडाउन हटाने को लेकर गुरुवार को भ्रम की स्थिति बन गई। राज्य के डिजास्टर मैनेजमेंट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई हाईलेवल मीटिंग के बाद मीडिया में अनलॉक की बात कही। वडेट्टीवार ने कहा कि महाराष्ट्र को 5 चरणों में अनलॉक करने का फैसला लिया गया है। इस बयान के करीब 4 घंटे बाद महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया कि अभी राज्य में कहीं भी अनलॉक का फैसला नहीं लिया गया है। CMO से इस पर बयान जारी किया गया।

दरअसल, वडेट्टीवार जिस बैठक में मौजूद थे, उस बैठक में अनलॉक को लेकर चर्चा हुई और चरणबद्ध तरीके से राज्य में पाबंदियां हटाने का मसौदा रखा गया। इसी के तहत 5 चरणों में अनलॉक का फॉर्मूला भी सामने आया था। लेकिन, मंत्रीजी ने बैठक से बाहर आते ही अनलॉक का ऐलान कर दिया। साथ ही उन 18 जिलों के नाम भी बता दिए, जहां शुक्रवार से अनलॉक लागू किया जाने वाला था।

मंत्री ने सफाई में कहा- नीति तय हुई, पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री लेंगे

मंत्रीजी द्वारा फैलाए गए इस कन्फ्यूजन के लिए उन्हें फटकार भी पड़ी। इसके बाद उद्धव सरकार ने अनलॉक को लेकर स्थिति स्पष्ट की। कहा कि राज्य में कहीं भी लॉकडाउन के दौरान लगाए गए प्रतिबंध हटाने का फैसला अभी नहीं किया गया है। वडेट्टीवार ने देर रात अपने बयान पर सफाई दी।

उन्होंने कहा कि मीटिंग में 5 फेज में राज्य को अनलॉक करने की बात तय हुई। इसे बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि जिन जिलों के लोगों ने कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद की है। वहां चरणबद्ध ढंग से लॉकडाउन हटाने की नीति तय हुई है।

मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने इसे सैद्धांतिक मंजूरी भी दी है। किस जिले में कितना पॉजिविटी रेट है। ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता कितनी है। इस आधार पर अनलॉक शुरू करने का निर्णय लिया गया है। लॉकडाउन हटाने का आदेश शुक्रवार या शनिवार को सरकार की ओर से जारी किया जाएगा। अंतिम फैसला मुख्यमंत्री लेंगे और वही इसे जारी करेंगे।

वडेट्टीवार से पूछा गया कि क्या 4 जून से महाराष्ट्र में अनलॉक शुरू होगा? उन्होंने कहा- पूरे महाराष्ट्र को अनलॉक करने का निर्णय नहीं लिया गया है। उन्हीं जिलों में चरणबद्ध तरीके से अनलॉक होगा, जहां हालात और व्यवस्थाएं सुधरी हुई हैं।

अनलॉक का पॉलिटिकल गेम, सरकार में ही नाराजगी हो गई

राज्य से जुड़ी बड़ी घोषणाएं अक्सर CM उद्धव ठाकरे करते रहे हैं। लेकिन, अनलॉक जैसा बड़ा ऐलान जब कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाए गए वडेट्टीवार ने किया तो सरकार में शामिल शिवसेना और राकांपा के मंत्री नाराज हो गए। इसके बाद ही राज्य सरकार ने डैमेज कंट्रोल के लिए स्थिति स्पष्ट करने के लिए आधिकारिक बयान जारी किया।

राज्य सरकार ने कहा कि अनलॉक का प्रस्ताव अभी विचाराधीन है। संक्रमण पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और ग्रामीण इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में सभी जगहों का रिव्यू करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

पहले वडेट्‌टीवार ने यह कहा था

इससे पहले मंत्री वडेट्टीवार ने दिन में कहा था, ‘राज्य के कुल जिलों को 5 लेवल में बांटा गया। लेवल-5 का मतलब है कि इस लेवल के जिलों में संक्रमण दर काफी कम है। इससे कम संक्रमण वाले जिलों को लेवल, 4, 3, 2 और एक में रखा गया है। पहले चरण में 18, दूसरे चरण में 6, तीसरे चरण में 10, चौथे चरण में 2 और पांचवें चरण में रेड जोन में आने वाले स्थान अनलॉक होंगे।

इस आधार पर शहरों को पांच लेवल में बांटा गया

लेवल 1: जहां पॉजिटिविटी रेट 5% और ऑक्सीजन बेड 25% से कम हैं।

लेवल 2: पॉजिटिविटी रेट 5% और ऑक्सीजन बेड की संख्या 25% से 40% के बीच है।

 

लेवल 3: पॉजिटिविटी रेट 5 से 10% और ऑक्सीजन बेड 40% से अधिक खाली होने चाहिए।

 

लेवल 4: पॉजिटिविटी रेट 10 से 20% और ऑक्सीजन बेड की संख्या 60% से ऊपर खाली होनी चाहिए।

 

लेवल 5: पॉजिटिविटी रेट 20% और ऑक्सीजन बेड 75% से अधिक खाली होने चाहिए।

 

 

 

इन 18 जिलों में क्या फिर से खुलेगा?

1. रेस्टोरेंट, मॉल। 2. पार्क और खेल के मैदान। 3. 100 फीसदी क्षमता के साथ शुरू होंगे निजी, सरकारी दफ्तर 4. थिएटर, फिल्मों की शूटिंग। 5. सार्वजनिक कार्यक्रम, विवाह समारोह 100 प्रतिशत क्षमता के साथ। 6. ई-कॉमर्स। 7. जिम, सैलून। 8. 100 फीसदी क्षमता के साथ चल सकती है बसें। 9. इन जिलों से दूसरे जिले में जाने की अनुमति होगी।

 

राज्य में 12वीं की परीक्षा भी हुई रद्द

संक्रमण के आंकड़ों में राहत के बावजूद महाराष्ट्र सरकार ने आखिरकार 12वीं की परीक्षा को रद्द करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन जल्द जारी हो सकती है। माना जा रहा है कि इमसें भी दसवीं की तरह ही इंटर्नल एग्जाम के रिजल्ट के आधार पर मार्किंग की जाएगी।

 

मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान तीसरी लहर को देखते हुए लगभग सभी मंत्रियों ने 12वीं की परीक्षा को रद्द करने की मांग उठाई थी। राज्य में 16 लाख छात्र 12वीं का एग्जाम देने वाले थे। पहले यह परीक्षा मई के अंत तक के लिए टाली गई थी।

 

Bureau Chief- 

साकिब हुसैन 

 INDIAN TV NEWS

मुंबई

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