चिचोली । शासन प्रशासन का जनता के लिए शुरू किया गया अभियान औपचारिकता में सिमटता नजर आ रहा है। मामला मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान का सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार इस अभियान के में जो हितग्राही योजनाओं का लाभ पाने से वंचित रह गए हैं। ऐसे वंचित हितग्राहियों और नए हितग्राहियों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलवाए जाने अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया है। अभियान के तहत शासन के 45 विभागों की 63 योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिलाना है। अभियान के तहत 2 दिसंबर से 26 जनवरी 2025 तक शिविर लगाकर हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने की योजना है। लेकिन अभियान का दूसरा चरण औपचारिकता में सिमटता नजर आ रहा है।
जिम्मेदार अधिकारी योजनाओं पर पलीता लगा रहे हैं, ताजा मामला चिचोली जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुरसना पंचायत में देखा गया, जनकल्याण अभियान अंतर्गत शिविर के ब्लाक के सभी विभाग के अधिकारी नदारद रहे, तो अन्य अधिकारी कर्मचारी कितने जिम्मेदारी से शिविर में शामिल होते होंगे इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है।
जिन विभाग को सिविल लगाने की जिम्मेदारी सौंप गई थी वहीं विभाग के अधिकारी शिविर से नदारत थे
ग्रामीण स्तर पर जनपद पंचायत को शिवीर का आयोजन करना है लेकिन शिविर में जनपद पंचायत की ओर से एक भी अधिकारी मौजूद नहीं रहा
शिविर में अधिकतर शिकायतें नल जल योजना की है
इसके अलावा ग्राम कुरसना में उप स्वास्थ्य केंद्र मौजूद है लेकिन यह कभी कभार ही खुल पता है ज्यादातर दिनों में बंद रहता है
शिविर में प्रधानमंत्री आवास लाडली बहना योजना में नाम जोड़ने जैसे आवेदन प्राप्त किए गए
सवाल यह है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी अभियान को जिम्मेदार अधिकारी मजाक क्यों बना रहे हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी कितने संवेदनशील हैं।
शिविर में ग्राम पंचायत सरपंच सुनील काजले ,जनपद सदस्य मीरा राजू जामने , एवं ग्राम सचिव के अलावा शिक्षा विभाग से सीएससी मौजूद रहे
जनपद पंचायत के प्रभारी सी ईओ आर के रजक का कहना है कि जीपीडीपी की बैठक इंजीनियर और एसडीओ को बैतूल बुलाया गया था फिर भी मैं कल सभी विभाग अधिकारी को सूचना देकर शिविर में मौजूद रहने की यह कहा जाएगा