खूंटा लगाने को लेकर बवाल, फायरिंग में गई जान, गांव में तनाव
इंडिया टी वी न्यूज चैनल
रिपोर्टर अनिल सोनी
ब्यूरो चीफ बहराइच
हुजूरपुर/बहराइच। ज़मीनी विवाद ने एक बार फिर खूनी रंग ले लिया। शुक्रवार दोपहर को सड़क पर खूंटा गाड़ने को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद इतना बढ़ गया कि लाठी-डंडों और फरसों से हमला होने लगा। इसके बाद गोलियां भी चलीं, जिसमें एक ग्रामीण की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक ही परिवार के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना ग्राम पंचायत गौर घोसियाना की है, जहां इसराइल और सगीर के बीच पहले से जमीनी तनातनी चल रही थी। शुक्रवार दोपहर इसराइल का बेटा मुफीद (25) बाइक से घर लौट रहा था। रास्ते में खूंटा लगाने और मवेशी बांधने का उसने विरोध किया, जिससे माहौल गर्मा गया। देखते ही देखते लाठी-डंडे और फरसे चलने लगे। इसी दौरान अवैध तमंचे से फायरिंग हुई, जिससे पूरा गांव दहल उठा।
*खून से लाल हुई सड़क, पुलिस ने संभाला मोर्चा*
हमले में इसराइल (42) पुत्र हबीब की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, मैनुद्दीन (38), तौफीक (21), मुफीद (25) और सोनू (24) गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को पहले सीएचसी और फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया।
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्रा और सीओ रवि पोखर भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया। तनावपूर्ण माहौल देखते हुए गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।
*सुबह भी भिड़े थे दोनों पक्ष, शाम को बहा खून*
पुलिस क्षेत्राधिकारी रवि पोखर ने बताया कि शुक्रवार सुबह भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। बकरी के खेत में घुसने को लेकर कहासुनी हुई थी, जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज थी। लेकिन दोपहर को मामला और बिगड़ गया और खूनी खेल खेला गया।
*गोली चली, लेकिन किसी को सुनाई नहीं दी आवाज*
गांववालों का कहना है कि किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी, जबकि फायरिंग में एक की जान चली गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ होगी।
फिलहाल, गांव में दहशत का माहौल है और पुलिस सख्ती से हालात पर नजर रखे हुए है। मामला गर्माने के बाद अब प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इतने गंभीर विवाद को समय रहते क्यों नहीं रोका गया?