
एक करोड़ 40 लाख की लागत से बनी मॉडल कान्हा गौशाला में भुसो के सहारे जीवित हैं गाय ।।
कवरेज के दौरान दलदल में घुसकर पत्रकारों ने संरक्षक के साथ मिलकर बचाई गाय की जान ।।
फतेहपुर- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां गौ रक्षा के लिए अपना एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत देश में गाय को गाय माता कहां जाता है और उनकी रक्षा व सेवा करना सभी भारतीयों का कर्तव्य है वहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में सरकारी अथवा गैर सरकारी गौशाला का निर्माण करने का आदेश जारी किया था और गायों की रक्षा के लिए एक बड़ा बजट भी दिया है वही जनपद में नगर पालिका परिषद के अंतर्गत मॉडल कान्हा गौशाला तपस्वी नगर का हाल से बदतर है पहली बारिश आते ही नगर पालिका परिषद के अंदर जेसीबी से नालियों की खुदाई की गई परंतु आज तक नालियों का निर्माण नहीं हो सका है पहली बारिश होने के कारण नाली निर्माण के लिए खोदे गए निर्माण कार्य में पानी भरा हुआ है जिसमें आए दिन बेजुबान गाय पहुंच जाती हैं और कई बार तो उस में फंसने के कारण से गायों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है परंतु जिम्मेदार अफसर मौन धारण किए हुए हैं वही कान्हा गौशाला के संरक्षक सागर ने बताया कि बारिश होते ही कान्हा गौशाला दलदल में तब्दील हो जाती है और निर्माण कार्य के लिए खोदी गई नाली में काफी मात्रा में पानी भरा हुआ है आए दिन इस में गाय फंस जाती हैं और कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला जाता है कई बार तो कई गायों ने इन नालियों में फंसकर अपनी जान भी गंवा दी है इस बात की शिकायत कई बार नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी से की गई परंतु आज तक समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है वहीं उन्होंने बताया कि गायों की सेवा करने के लिए उन्होंने कान्हा गौशाला को अपनी स्वेच्छा से लिया था कि वह गायों की अच्छी सेवा कर के मॉडल गौशाला का नाम रोशन करेंगे और उन्होंने अपने इस प्रयास को काफी हद तक सफल भी बनाया है परंतु वर्तमान समय में कान्हा गौशाला की गायों को मात्र भुसो के सहारे अपनी भूख मिटाने पड़ रही है वही दिनचर्या के लिस्ट में कई प्रकार का भोजन देने की बात दर्शाई गई है परंतु जमीनी हकीकत देखें तो मात्र गायों को सूखा भूसा मिल पा रहा है और उसी से गाय अपना पेट भर रही हैं वहीं उन्होंने बताया कि 5 माह से वह अपने बजट से गायों की सेवा कर रहे थे कई बार जिला अधिकारी से लेकर सक्षम अधिकारियों तक बजट पास करने की अपील की गई है परंतु आज तक उन्हें गौशाला के नाम पर कोई भी बजट नहीं दिया गया है वही अमित जयसवाल जेई ने बताया कि गौशाला के अंदर कोई भी नाली निर्माण कार्य नहीं होना था परंतु ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण के लिए जेसीबी से खुदाई की गई अब इस बात का जिम्मेदार कौन है कि जब निर्माण कार्य होना ही नहीं था तो फिर खुदाई क्यों की गई वही कवरेज करने गए कई पत्रकारों ने बेजुबान कवरेज के दौरान मेहनत करके संरक्षक के साथ मिलकर गहरे पानी में घुसकर गायों को निकालने का सराहनीय कार्य किया अब सोचने वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जारी किया गया बयान का असर क्या जनपद के सक्षम अधिकारियों पर लागू नहीं होता या फिर जानबूझकर गायों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है ।।
जिला संवाददाता:- दीपक मिश्रा, राम जी कैमरा मैंन के साथ इंडियन टीवी न्यूज चैनल