हम खुद संस्कारवान नहीं तो बच्चे कैसे संस्कारवान होंगे- पंडित सत्येंद्र
सहारनपुर।माता त्रिपुरा देवी मंदिर देवबंद ट्रस्ट के अध्यक्ष एवंम धर्मगुरु पंडित सत्येंद्र शर्मा ने कहा बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए हमें स्वयं बदलना होगा।
अगर हम खुद संस्कारवान नहीं हैं, तो हम अपने बच्चों को कैसे संस्कार दे सकते हैं।
संस्कारों के अभाव में ही बच्चों की शादी होते ही उसके रिश्ते टूट रहे हैं।यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। अगर हम अपने बच्चों को सही संस्कार नहीं देते हैं, तो वे अपने रिश्तों को संभालने में असमर्थ हो सकते हैं।
हमें अपने बच्चों को सिखाना होगा कि रिश्ते कैसे बनाए जाते हैं और कैसे संभाले जाते हैं।हमें उन्हें सिखाना होगा कि कैसे अपने परिवार और समाज के साथ जुड़ना है और कैसे अपने रिश्तों को मजबूत बनाना है।हमें अपने बच्चों को संस्कार देने के लिए कई बातों पर ध्यान देना होगा हमें अपने बच्चों को सही और गलत के बीच का अंतर सिखाना होगा,हमें उन्हें सिखाना होगा कि कैसे अपने परिवार और समाज के साथ जुड़ना है,हमें उन्हें सिखाना होगा कि कैसे अपने रिश्तों को संभालना है और कैसे उन्हें मजबूत बनाना है, उन्हें सिखाना होगा कि कैसे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए काम करना है।बच्चों को सही संस्कार देंगे,तो वे अपने रिश्तों को संभालने में सक्षम होंगे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए काम करेंग। अगर आपके बच्चे संस्कारवान नहीं तो बुढ़ापे में वह आपका सहारा नहीं बनेंगे आपको अनाथ आश्रमों की ओर रुक करना पड़ेगा जैसे लोग वर्तमान में कर रहे हैं।इस दौरान अनेक लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़