ग्रीष्मकाल में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने हेतु हैंडपंपो एवं नल जल योजनाओं की मरम्मत समय-सीमा में सुनिश्चित हो- आयुक्त
संवादाता विकाश विश्वकर्मा शहडोल
ग्रीष्मकाल में जल स्तर गिरने से विभिन्न क्षेत्रो में हैंडपंप से पानी नही मिलने, नल जल योजनाओं के व्यवस्थित संचालन नही होने तथा अपूर्ण नल जल योजनाओं एवं विद्युत खराबी या पंप खराब होने जैसे शिकायतें प्राप्त होती है। इन शिकायतों का निराकरण तत्परता के साथ किया जाए। जनपद एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किये जाए तथा सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर समस्याओं का निराकरण करें। उक्त निर्देश आयुक्त शहडोल संभाग श्रीमती सुरभि गुप्ता ने शहडोल संभाग के तीनों जिलो में ग्रीष्मकालीन पेयजल संकट तथा उसके निराकरण हेतु किये जा रहे प्रयासांे की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारी को दिए।
बैठक में कलेक्टर शहडोल डॉ. केदार सिंह, कलेक्टर उमरिया श्री धरणेंद्र जैन, अपर कलेक्टर अनूपपुर श्री तन्मय सहित सीईओ जिला पंचायत, अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपस्थित रहें।
आयुक्त शहडोल संभाग श्रीमती सुरभि गुप्ता ने निर्देश दिए कि बिगडे हुए हैंडपंपो की मरम्मत शीघ्र कराई जाए जिन हैंडपंपो में राइजर पाइप बढाने की आवश्यकता है उन्हे बढाई जाए जिन स्थानो पर नये बोरवेल की आवश्यकता है वहां नये हैंडपंप स्थापित किये जाए। संभाग के तीनो जिलों में जो नल जल योजनाएं अभी तक पूरी नही हुई है उनकी कार्ययोजना बनाकर समय-सीमा में पूरा किया जाएं। वोल्टेज समस्या या बिजली की अन्य समस्याओं के कारण कोई भी नल जल योजना बंद नही होनी चाहिए, संबंधित अधिकारी विद्युत विभाग के अधिकारियों से समन्वय बनाकर निराकरण कराए इसके साथ ही जिन स्थानों में मोटरपंप खराब है उनका सुधार कराया जाए। अधूरी नल जल योजनाएं ग्राम पंचायतों को हैंड ओव्हर नही की जाए, ग्रामीण विकास विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की टीम बनाकर संबंधित कलेक्टरों को पूर्ण नल जल योजना तथा जिन योजनाओं को पूरा कर ग्राम पंचायतों को हैंड ओव्हर किया जाना है का सत्यापन कराया जाए तथा वास्तविक समस्याओं का निराकरण कराया जाए।
जल जीवन मिशन की योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि विभागीय अमला सजग रहे, भ्रमण पर जाएं तथा जहां से भी जल आपूर्ति में बाधा की शिकायत मिलती है का निराकरण सुनिश्चित करें। इसी तरह पीव्हीटीजी के तहत बैगा बस्तियों के लिए बनाई गई नल जल योजनाओ का कार्य 15 मई तक पूरा करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को दिए।