कठघरे में खड़ा क्यों नहीं किया जाए.
कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जिस तरह निहत्थे पर्यटकों को शिकार बनाया है, वह एक कायराना हरकत है!दूसरी ओर, यह सरकार की विफलता ही मानी जाएगी कि आतंकवादी खुलेआम गोलियां बरसाते रहे, लेकिन उसका कहीं से कोई प्रतिकार नहीं हुआ! उस स्थल पर सुरक्षा जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी, जबकि देशभर से पर्यटक वहां आते रहे हैं,विदेश से भी पर्यटक आते रहे हैं।पर्यटन न केवल आर्थिक सशक्तीकरण का जरिया होता है, बल्कि इसका ऐतिहासिक, भौगोलिक रणनीति और कूटनीतिक हर तरह का महत्त्व है। फिर, इतने महत्त्वपूर्ण स्थल को बिना सुरक्षा के किसके भरोसे छोड़ दिया गया था। पर्यटकों को कहीं न कहीं यह भरोसा होता है कि सरकार उसकी सुरक्षा करेगी,लेकिन यदि सुरक्षा नहीं कर पाती है, तो सरकार को उसके लिए कठघरे में खड़ा क्यों नहीं किया जाए!!
रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़