कोविड-19 टीके से मरने का भ्रम फैल चुका है ग्रामीणों में नहीं लगवा रहे हैं टीका
विष्णु दांगी की रिपोर्ट
राजगढ खिलचीपुर ब्लाक के गांव पिपलिया कला में 27 मई को कोविड-19 टीकाकरण कैंप लगाया गया जहां पर एक भी व्यक्ति के द्वारा टीकाकरण नहीं करवाया गया वहीं कुछ ग्रामीणों में टीका लगवाने से मरने का भ्रम फैल चुका है कुछ ग्रामीण तो यह तक बोलने लग गए कि पहले जिसने टिका लगवाया है उसी की मृत्यु हुई है आप फिर से हमें मारने आ गए वहीं स्वास्थ्य विभाग के पूरे अमले को भला बुरा भी कहा एक भी टीकाकरण नहीं होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर घर में जाकर दोबारा समझाइश दी गई समझाइश के दौरान गांव में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते दुकानदार भी मिले वही एक महिला के द्वारा बताया गया कि हम मर जाएंगे लेकिन टीकाकरण नहीं करवाएंगे पहले मेरी देवरानी ने टीका करवाया था जिससे वह आज तक बुखार में पड़ी हुई है वहीं कुछ लोगों ने टीकाकरण करवाने से बचने के लिए बड़ी बीमारी होने का बहाना बना दिया वही पत्रकार वार्ता के दौरान रोजगार सहायक शिवचरण दांगी के द्वारा बताया गया कि गांव में 60 परसेंट टीकाकरण हो चुका है वही मौके पर उपस्थित आशा सहयोगी माधुरी दांगी एएनएम रुकमा परमार एएनएम संध्या शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम के द्वारा ग्रामीणों को समझाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं है वही इस मौके पर एएनएम रुकमा परमार एवं आशा सहयोगी माधुरी दांगी के द्वारा टीका लगवाए और सुरक्षित रहें का संदेश भी मीडिया के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया
Bite आशा सहयोगी माधुरी दांगी
बाइट a n m रुकमा परमार