
उज्जैन
जिला ब्यूरो चीफ विशाल जैन
स्लग:-सांप की तस्करी:दो करोड़ कीमत के रेड सैंड बोआ यानि दो मुंहे सांप के साथ चार तस्कर गिरफ्तार, कैंसर की दवा बनाने में इस्तेमाल
उज्जैन पुलिस को शुक्रवार को एक बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब करीब तीन किलो वजन का रेड सैंड बोआ (दोमुंहा सांप) नाम के दुर्लभ प्रजाति के सांप के साथ चार तस्कर पकड़े गए। तस्करों का एक साथी भागने में सफल रहा। ब्लैक मार्केट में सैंडबोआ की कीमत करीब दो करोड़ रुपए है। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि कुछ दिन पहले टाइगर की खाल के साथ पकड़े गए राजेश और शब्बीर ने बताया कि उनके साथ उन्हेल के भी कुछ लोग वन्य जीव जंतुओं की तस्करी करते हैं। इस जानकारी के मिलते ही पुलिस ने जाल बिछाया तो शुक्रवार को आगर रोड से चार तस्कर पकड़े गए। चारों की पहचान मनोज पिता जयंतीलाल जैन, किशोर सिंह, राधेश्याम पिता गणपत और कैलाश पिता मोतीलाल सुतार के रूप में हुई। पुलिस की घेराबंदी देख तस्करों का साथी दीपक फरार हो गया। उन्होंने बताया कि रेड सैंड बोआ एक दुर्लभ प्रजाति का सांप है।
शर्मीले लेकिन जहरीले होते हैं दोमुंहे सांप
बालू में छिपकर शिकार करने के कारण इसे सैंड बोआ कहा जाता है। यह अन्य सांपों की तरह जहरीले होते हैं। रेडसैंड बोआ भारत और पाकिस्तान में पाए जाते हैं। इनका इस्तेमाल कैंसर रोग के इलाज ओर सेक्स पॉवर बढ़ाने में किया जाता है। जोड़ों के दर्द की दवा बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है। इसके चमड़े से पर्स और जैकेट बनाए जाते हैं।