जिला इटावा प्रवीन कुमार ब्यूरो चीफ
इटावा। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी ग्रीन अवार्ड से सम्मानित ख्यातिलब्ध संस्था जनता कालेज, बकेवर में जन्तु विज्ञान विभाग के गंगा कंजर्वेशन क्लब के तत्वाधान में जल शक्ति अभियान 2022 तथा नदी को जानो के अंतर्गत कैच द रेन व्हेयर इट फॉल्स, वेन इट फॉल्स विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।

अतिथियो का स्वागत एवं विषय वस्तु की प्रासंगिकता कार्यक्रम संयोजक डॉ ललित गुप्ता ने प्रस्तुत की । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कानपुर डॉ रिपुदमन सिंह ने कहा कि, वर्षा के पानी को संचित करके हम फसलों की सिंचाई में प्रयुक्त कर सकते हैं।।

क्यों कि, यह संचित पानी ही भूगर्भ जल स्तर में वृद्धि करता है, निकटवर्ती कई प्रांतों में भूकंप एवं भूस्खलन के खतरे को देखते हुए सबमर्सिबल की बोरिंग को व्यक्तिगत स्तर पर निषेध कर दिया है। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर डॉ अनिल यादव ने कहा कि पानी की भूगर्भ स्तर पर उपलब्धता को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रणाली के द्वारा मशीन लर्निंग के सहयोग से पता किया जा सकता है,

यह कार्य सेंसर चिप के सहयोग से भी सुगमता से हो जाता है, उन्होंने वर्तमान में जल संरक्षण की चिंता और उपायों को भविष्य के लिए पूर्व में उठाया गया सुरक्षित कदम बताया। जनता कॉलेज बकेवर की प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सचिव शिक्षाविद अरविंद कुमार मिश्र ने अपने उद्बोधन मे नदी को जानने की बात कहते हुए जल संरक्षण को व्यक्तिगत स्तर पर जोड़कर प्रकृति के सतत प्रवाह हेतु जागरूक करने की बात कही।
उचित जल आपूर्ति हेतु घर घर में वाटर मीटर की बात को प्रासंगिक रूप से कहा। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ आशीष त्रिपाठी ने कहा कि,हमारी नदियाँ ही हमारे देश की प्रमुख जीवन रेखा भी हैं,आदिकाल से भारत की सभ्यता और भारतीय संस्कृति इन जीवनदायिनी नदियों के किनारे ही रची बसी पली बढ़ी है।
वर्तमान का यह समय गम्भीरता से जल संरक्षण के बारे में सोचने का है, क्यों कि,अब भारत के 10 सबसे अधिक आबादी वाले शहरों में से सात में,भूजल स्तर दो दशकों में काफी हद तक गिर चुका है। वर्तमान में नदी को जानो जैसे कार्यक्रम जल संरक्षण जनजागरूकता अभियान की बेहद ही महत्वपूर्ण कड़ी भी है जिसके माध्यम से विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राये भविष्य में जल संरक्षण की दिशा में एक बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते है। अब जल संरक्षण की शुरुवात हमारे आपके घरों से ही होनी चाहिये। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं प्राचार्य डॉ राजेश किशोर त्रिपाठी ने महाविद्यालय परिवार को प्राप्त ग्रीन अवार्ड की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए जल स्रोतों को निर्मित और संरक्षित करने की बात कही,
उन्होंने जल की एक एक बूंद को बचाने सुरक्षित, संरक्षित करके सदुपयोग करने की बात भी कही। उन्होंने सभी उपस्थित छात्र छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओं को जल प्रहरी बनने की शपथ भी दिलाई। अंत मे
गंगा कंजर्वेशन क्लब जनता कॉलेज के छात्र छात्राओं कु एकता शर्मा,आकांक्षा शर्मा ,ईशु, साक्षी, अश्विनी ,अभिषेक तिवारी, हर्ष शर्मा, रिया पोरवाल आदि द्वारा लघु नाटिका का मंचन किया गया। भगीरथ,महाराज सगर, गंगा माता के सनातन चरित्रों को मंच पर साकार किया गया ,
इस प्रस्तुति पर जनता कॉलेज का सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजित हो गया। लघु नाटिका के मंचन का संचालन कु एकता शर्मा बीएससी तृतीय वर्ष कंप्यूटर एप्लीकेशन द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन पर संयोजक डॉ ललित गुप्ता द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं कॉलेज परिवार का आभार व्यक्त किया गया कार्यशाला का सफल संचालन डॉ इंदु बाला मिश्रा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अनुशासन अधिकारी डॉ अशोक कुमार पांडेय,डॉ नलिनी शुक्ला ,डॉ महिपाल सिंह, डॉ देव नारायण सिंह ,डॉ आदित्य कुमार, डॉ मनोज यादव एन एस एस अधिकारी , श्री ब्रह्मानंद एनसीसी अधिकारी, डॉ धर्मेंद्र कुमार ,डॉ ज्योति भदौरिया, डॉ योगेश शुक्ला, डॉ प्रकाश दुबे, डॉ दिव्य ज्योति मिश्रा, डॉ नवीन अवस्थी, डॉ संजय विश्वकर्मा , डॉ सत्यार्थ प्रकाश मौर्य ,डॉ विकास अग्निहोत्री ,डॉ अत्रि गुप्ता, डॉ शैली यादव ,श्री रामदास वर्मा, अजीत प्रताप अग्निहोत्री ,अजय शर्मा ,विनय शुक्ला, कुलदीप अवस्थी ,रमेश पाल ,स्वतंत्र कुमार आदि सहित कॉलेज परिवार की उपस्थिति एवं सहयोग रहा।