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सोशल मीडिया में फिट मम्मियों की फेक तस्वीरें देख हो रहा प्रेगनेंट महिलाओं को डिप्रेशन!

Pregnant women are getting depressed

आजकल सोशल मीडिया पर प्रेगनेंसी के बाद अपनी फिट अवतार वाली फोटोज पोस्ट करने का ट्रेंड सा हो गया है। ये ट्रेंड सिर्फ सिलेब्रिटीज में ही नहीं बल्कि आम महिलाओं में भी देखने को मिल रहा है। लेकिन यहां पर फर्क इस बात में आ जाता है कि जहां सिलेब्रिटीज प्रोफेशनल ट्रेनर की मदद से तुंरत से वापस शेप में आती हैं, वहीं कुछ महिलाएं फिल्टर की मदद से खुद को पतला दिखाती हैं। लेकिन इस फिट अवतार को देख कई प्रेगनेंट महिलाएं डिप्रेशन में जा रही हैं।
डिप्रेशन की वजह है सोशल मीडिया
एक एनजीओ के किए गए सर्वे में बच्चा पैदा होने के बाद महिला के डिप्रेशन की चपेट में आने की एक बड़ी वजह सोशल मीडिया पर सिलेब्रिटीज और दूसरी महिलाओं की पोस्ट प्रेगनेंसी वाली फिट अवतार में तस्वीरें देखना है। आपको बता दें कि तकरीबन 65 फीसदी महिलाएं सिलेब्रिटीज से प्रभावित होती हैं और उनको कॉपी करने की कोशिश करती हैं। कई तो उनकी तरह दिखने के लिए खाना-पीना भी छोड़ देती हैं। यहां तक की बच्चों को दूध पिलाने के दौरान भी वो अपने फिगर के बारे में ही सोचती हैं और इससे वो अनिद्रा का शिकार हो जाती हैं। जब वो परफेक्ट फिगर हासिल नहीं कर पाती तो तनाव की चपेट में आ जाती हैं। बाउन यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक भी प्रेगनेंसी के तुरंत बाद परफ्केट बॉडी पाने की सोच को बढ़ावा देने में सोशल मीडिया , ब्यूटी इंडस्ट्री और हेल्थ फिटनेस का बड़ा योगदान है। इस फ्लेटफॉर्म में दिखाई गई महिलाओं की तस्वीरों को असर दूसरी महिल के मेंटल कंडिशन पर पड़ता है।
प्रेगनेंसी के तुरंत बाद फिट बॉडी नहीं
फरीदाबाद में मैंरिगो क्यूआरजी हॉस्पिटल में क्लीनिकल साइकॉलजिस्ट डॉक्टर जया सुकुल ने बताया की जो भी हम तस्वीरों में देख रहे हैं, जरुरी नहीं है की वो सही हो। हर महिला की बॉडी प्रेगनेंसी के बाद बदलती रहती है, इसलिए उसको नॉर्मली लेना जरुरी है। जहां तक सिलेब्रिटीज की बात है तो उनके लिए बॉडी की अपीयरेंस काफी मायने रखता है। इसके लिए वो प्लासिटक सर्जरी और मेकअप और पर्सनल डाइटीशियन और ट्रेनर रखती है, वहीं साधारण महिलाओं को इसकी जरुरत नहीं है। वहीं सीनियर सायकायट्रिस्ट डॉक्टर ज्योति कपूर कहती हैं कि श्प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को शरीर पर फिजिकल और मेंटली कई तरह के बदलाव आते हैं। इनसे बचने के लिए फिजिकल एक्टिव रहें। ऐसा करने से ना केवल आप इमोशनली मजबूत होता है. ब्लकि फिजकली फिट रहेगें और वेट भी कम होगाश्।
डिप्रेशन में रखें इन बातों का ध्यान
इस तरह के डिप्रेशन के लक्षणों को ठीक करने के लिए ट्रीटमेंट के साथ-साथ अपनी लाइफस्टाइल में भी चेंज लाने की जरुरत है। इसके लिए अपने रुटीन में फिजिकल एक्टिविटीज को शामिल करें। रेस्ट करें और हेल्डी फूड खाएं। डिलिवरी के बाद होने वाली भावनात्मक समस्याओं के बारे में परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें। वहीं सोशल मीडिया से कुछ समय के लिए दूरी बना लें तो बेहतर होगा।

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