रूपईडीहा, बहराइच कोविड काल के बाद ए जी सी स्कूल ने अपना 26वां वार्षिक उत्सव बड़े ही धूम धाम से मनाया। मुख्य अतिथि को छात्रों द्वारा कलर ऑनर दिया गया।
मंच को ईश्वर को समर्पित गीत “आशा की किरण “स्कूल के नन्हे मुन्ने छात्र छात्राओं द्वारा प्रारंभ किया गया । तत्पश्चात नर्सरी क्लास वा केजी क्लास द्वारा गीत और नृत्य, केजी दो द्वारा फैंसी ड्रेस, कक्षा एक द्वारा नेपाली नृत्य, कक्षा दो द्वारा नाटक पिता का प्रेम, कक्षा तीन द्वारा राजस्थानी नृत्य, जूनियर छात्रों द्वारा नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा तथा सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव तथा डांड्या नृत्य, कक्षा चार द्वारा सामूहिक गीत, कक्षा पांच द्वारा नाटक पेड़ बचाओ बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत कर अभिभावकों का मन मोह लिया। हाई स्कूल और इण्टर मीडिएट छात्रों द्वारा भी बिगड़े समाज को नई दिशा दिखाने का अपने नाटक बखूबी प्रस्तुत किया। बच्चों का प्रार्थना नृत्य व कोरस गीत भी बहुत सराहनीय और प्रशंसीय रहा। प्रार्थना और कोरस गीत को रेचल आशा रेंबल, कृपा राना व सरिता राना ने बेहतरीन संगीत दिया। बच्चो के कार्यक्रम तैयार कराने में शिक्षक व शिक्षिकाएं अमित श्रीवास्तव, रीता पाउड्री,रीता श्रीवास्तव, अंशुमान वर्मा, स्वेता चटर्जी,पूर्णिमा,अभिषेक त्रिवेदी,अरुणिमा चक्रवर्ती,रश्मि बंसल,मनीषा हंसदा, तबिता राना,सरिता घर्ती, विनय शर्मा, राजू बाल्मिकी, सज्जी कुरुविला, जीनत फातिमा, दिक्षा सैनी,संजीव भारतीय, उमा श्रीवास्तव आदि का योगदान रहा।
मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य क्रिसचन इण्टर कॉलेज, पूर्व कोऑर्डिनेटर इन्दिरा गांधी ओपेन विश्वविद्यालय (ignu) की डॉ श्रीमती प्रोनोती सिंह ने अपने वक्तव्य में असेम्बली ऑफ गॉड चर्च स्कूल के मैनेजमेंट की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने श्रीमती जेनिफर रेंबल को सहपाठी बताया। अपने को शुरु के दिनों में पढ़ाई में कमजोर बताया एक शिक्षक गुरु ने हौसला अफजाई किया जिससे आगे की पढ़ाई में अच्छे अंक आनें लगे। स्कूल के बच्चों को मेहनत और लगन से पढ़ने के लिए ऊर्जावान किया। इस छोटे से कस्बे में असेम्बली ऑफ गॉड चर्च जैसा स्कूल देख आश्चर्य व्यक्त किया। अपने अपने कक्षा में प्रथम,द्वितीय, तृतीय,चतुर्थ व पांचवें स्थान आए छात्र छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। अन्त में स्कूल की प्रधानाचार्य जेनिफर रेंबल ने अभिभावकों को सम्बोधित करती हुई स्कूल बजट पेश किया, स्कूल के शिक्षक और कार्यालय स्टाफ व अन्य कर्मचारियों की स्कूल की तरक्की में योगदान की प्रसंशा की। मंच का संचालन करते हुए अपनी शेर शायरी से शिक्षक योगेंद्र शुक्ल ने सबका मन मोह लिया । सह संचालिका सरल राणा ने बेहतरीन उदघोष किया। कार्यकर्म में अभिभावक भारी संख्या में मौजूद रहे। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन किया गया|
ब्यूरो चीफ जितेंद्र बहादुर